हॉस्पिटल में मरीजों की बढ़ी संख्या
मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि 13 मई तक मौसम में इसी प्रकार का बदलाव होता रहेगा। बुधवार को सुबह से ही आसमान में बादल छाया रहा है। इससे लोगों को गर्मी से राहत तो मिली, लेकिन उमस से लोग परेशान रहे। मौसम में बदलाव की वजह से हॉस्पिटल में सर्दी, खांसी और डायरिया के मरीजों की संख्या बढ़ी है। बुधवार को हॉस्पिटल की ओपीडी अधिक दर्ज की गई।
रबी फसल को भी नुकसान
मौसम में हो रहे बदलाव से रबी फसलों को भी नुकसान हो रहा है। चना और गेहूं फसलों की कटाई हो गई है। इससे इन फसलों को कोई खतरा नहीं है। वहीं धान की कटाई में अभी समय है। यदि तेज आंधी तूफान से फसल सो गई हो, तो नुकसान का खतरा बढ़ जाता है। समय पर कीटनाशकों का छिड़काव करने पर कीट प्रकोप से बचा
सकते हैं।
सब्जियों में कीट प्रकोप का खतरा
कृषि विशेषज्ञों ने बताया कि इस प्रकार मौसम में बदलाव के कारण सब्जियों में कीट प्रकोप का खतरा भी बढ़ जाता है। सब्जियों को कीट प्रकोप से बचाने के लिए समय पर कीटनाशक का छिड़काव करना जरूरी है। इस समय किसान गड्ढा कर हल्दी, अदरक व आलू के जड़ को खुला छोड़ देते हैं। बारिश होने पर फसलों में अंकुरण आ जाता है, जो काफी बड़ा नुकसान है। इससे बचना चाहिए।