सारागांव पुलिस के मुताबिक अफरीद निवासी नकुल सिंह पिता स्व. नाथू राम राठौर को जब नौकरी नहीं मिली तब वह कोरबा जिले के बलगी सुराकछार गया और वहां समार राय का दत्तक पुत्र बन गया। इतना ही नहीं वह अपने मार्कशीट सहित अन्य कागजात में अपने पिता का नाथू राम की जगह समार राय बनवा लिया। जो पूरी तरह से फर्जीवाड़े को दर्शाता है।
Fraud: पेट्रोल पंप मालिक को बिहार कंस्ट्रक्शन ने ऐसे लगाया 34 लाख का चूना, पढि़ए पूरी खबर… इस बात की जानकारी उसके बड़े भाई पूर्व सरपंच गोकुल सिंह राठौर को हुई। गोकुल सिंह राठौर ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री, गृहमंत्री, डीजीपी, आईजी, कोरबा कलेक्टर सहित तमाम अफसरोंं से की। इसके बाद भी उसकी शिकायत की जांच किसी भी अफसरों ने नहीं की। बकायदा वह दो दशकों से अपने पिता का नाम बदलकर एसईसीएल में नौकरी कर रहा है और सरकार को सालाना लाखों का चूना लगा रहा है।
गांव में और भी कई लोग इस तरह कर रहे नौकरी
गौरव ग्राम अफरीद में और भी कई लोग एसईसीएल में फर्जी नाम से नौकरी कर रहे हैं। यदि सभी लोगों की सही सलामत जांच की जाए तो दर्जनों नाम उजागर होंगे। पहले होता यह था कि पर्ची बेस में लोगों की नौकरी लग जाती थी। कई लोग पर्ची में नाम, गांव बदलकर नौकरी पा जाते थे। पहले शिकायत भी कम होती थी, लेकिन जब से सूचना का अधिकार अधिनियम लागू हुआ है तब से इस तरह की शिकायत अधिक सामने आ रही है।
-पिता का नाम बदलकर मैं नौकरी कर रहा हूं। जिसके नाम का इस्तेमाल कर रहा हूं उससे मेरी समझौता हो चुकी है। उसके हर जरूरतों की पूर्ति कर रहा हूं। इसके चलते उसे किसी तरह की आपत्ति नहीं है। मेरा बड़ा भाई का स्वार्थ पूरा नहीं होने के कारण वह इस तरह की शिकायत कर रहा है। नकुल सिंह राठौर, सेक्शन मैकेनिकल फीटर एसईसीएल बलगी