बम्हनीडीह सीएचसी में इस तरह का यह पहला मामला नहीं है, बल्कि यह यह स्थिति आए दिन रहती है। यहां ड्यूटी पर रहने वाला स्टॉफ और डॉक्टर ओपीडी समय के दौरान तो रहते हैं, लेकिन उसके बाद सीएचसी का भगवान ही मालिक रहता है। यहां तैनात नर्स डिलीवरी रूम और दवा स्टोर रूम में ताला लगाकर अपने घर आराम फरमाने चली जाती हैं। ऐसा ही कुछ हुआ रोहदा निवासी हर कुमार साहू बुधवार को अपनी 6 वर्षीय बेटी वेदिका साहू को इलाज के लिए सीएचसी लेकर पहुंचा था। वह दीवार ढह जाने से उसमें दब कर बुरी तरह घायल हो गई थी। सीएचसी में कोई स्टॉफ मौजूद नहीं था। दो घंटे तक नर्स के न आने से बच्ची वहीं दर्द से कराहती रही।
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CG Assembly Elections 2018 : जिले से चार विधानसभा सीट में नए चेहरे बने विधायक, पामगढ़ विधानसभा माना जाता था बसपा का गढ़ पता करने पर किसी ने बताया कि सीएचसी में इंदु तिर्की नाम की नर्स की ड्यूटी है, जो कि कहीं चली गई है। वहां डिलेवरी और दवा रूम में ताला लटका हुआ था। वेदिका पिता ने बताया कि ड्यूटी पर तैनात डाक्टर ममता दिवेदी ने उसके सर पर मल्हम पट्टी कर की थी, लेकिन नर्स के दवा रूम में ताला लगाकर चले जाने से उसे दर्द से राहत का इंजेक्शन नहीं लग पाया था। इससे बच्ची दर्द से रोती रही दो घंटे के बाद भी जब नर्स नहीं आई तो बच्ची के पिता ने बच्ची का इलाज निजी अस्पताल में कराया, जहां अभी भी बच्ची का इलाज चल रहा है। -अस्पताल में कोई मरीज नहीं था इसलिए मैं घर चली आई थी। मैं स्टॉफ को बोल कर गई थी कि कोई मरीज आए तो फोन करके जानकारी दे देंगे, लेकिन घायल बच्ची आने की मुझे जानकारी नहीं दी गई- इंदु नवरंग, स्टाफ नर्स, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बम्हनीडीह
-बम्हनीडीह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आए दिन ऐसी शिकायत सामने आ रही है। सीएमएचओ को भी इस बारे में जानकारी दी गई है, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है- युगल किशोर उर्वशा, एसडीएम चाम्पा