बताया जा रहा है कि जिस वक्त यह घटना घटी उस समय बच्ची की मां घर पर ही थी। बच्ची को दो नकाबपोश बदमाश बहला फुसलाकर घर के अंदर से बाहर ले जा रहे थे। तभी बच्ची की मां ने शोर मचाना शुरू कर दिया। लेकिन तब तक बदमाश बच्ची को अपने कब्जे में ले चुके थे। बच्ची की मां ने पति को फोन पर घटना की जानकारी दी। तभी बच्ची की पिता ने अपने परिवार एव गांव के लोगो को अपने ड्यूटी से फ़ोन किया तबतक राकेश निर्मलकर के घर के पास खबर पाकर मोहल्लेवासी एकजुट हो गए साथ ही बच्च्ची के परिवार के साथ स्थानीय लोगो ने अलग अलग ग्रुप में गांव के चारो तरफ घूमकर ढूंढऩे लगे।
इसी दौरान घर से लगभग एक डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर गांव के ही मल्दीहा खार खेत के पास सुनसान जगह पर बदमाश बच्ची को पकड़े खडे होकर आपस में योजना बना रहे थे। तभी अचानक बदमाशो की नजर सामने से आ रहे लोगो के ऊपर पड़ी। भीड़ को देखते ही बदमाशमासूम बच्ची को छोड़ कर भाग निकले। वहीं स्थानीय लोगो की भीड़ में बच्ची के दादा भी शामिल थे।
जिन्होंने बच्ची को देखते ही गले से लगा लिया। इधर घटना को लेकर बच्ची के पिता ने 112 पर दे दी थी। मुलमुला पुलिस की टीम ने भी नरियरा गांव पहुंचकर आस-पास खोजबीन करना चालू किया। इधर घटना को लेकर पुलिस की टीम बदमाशों की सरगर्मी से तलाश कर रही है।