पुलिस के मुताबिक इंसेक्टीसाइड इंडिया लिमिटेड (आईआईएल) के डेवलपमेंट मैनेजर अखिलेश कुमार सिंह ने एसपी से शिकायत की थी कि जिले के 18 लोगों ने कीटनाशक दवा की खरीदी तो की, लेकिन समय पर दवा के पैसों का भुगतान नहीं किया बल्कि 19 करोड़ रुपए दबा दिए। पुलिस ने मामले की तीन दिनों तक जांच की।
जांच पड़ताल के पाया गया कि मैनेजर राजीव सिंह राठौर व क्षेत्रीय प्रबंधक गंगासागर पंडा तथा डीलर/डिस्ट्रीब्यूटर किशन लाल अग्रवाल, चंद्रेश देवांगन, दिनेश्वर कश्यप, रमाकांत पटेल, विजय कुमार अग्रवाल, कृष्ण कुमार राठौर, संतोष अग्रवाल, यशवंत कुमार अग्रवाल, उमेश कुमार अग्रवाल, रवि अग्रवाल, ईश्वर प्रसाद, शौरभ अग्रवाल, चेतन शर्मा, रिंकू अग्रवाल, नवरत्न अग्रवाल, संजय अग्रवाल के द्वारा अवैध लाभ अर्जित करते हुए कंपनी के साथ अपराधिक षडयंत्र कर इंस्सेक्टीसाइड इंडिया कंपनी के लगभग 19 करोड़ का नुकसान पहुंचाया है। जिसके विरूद्ध 4 जुलाई को थाना सिटी कोतवाली में धारा 408, 409, 418, 420, 120 बी के तहत जुर्म दर्ज किया गया है।
पत्रिका ने पहले ही उठाई थी आवाज
कीटनाशक दवा कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ पत्रिका ने अपने 2 एवं 3 जुलाई के अंक में खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी। खबर छपने के बाद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और पुलिस ने 4 जुलाई को खबर पर मोहर लगा दी।