गुजरात में पिछले दो माह से लॉकडाउन के कारण फंसे मजदूरों को लेकर छत्तीसगढ़ की पहली श्रमिक स्पेशल ट्रेन सोमवार सुबह बिलासपुर स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर पहुंची। शारीरिक दूरी की प्रक्रिया अपनाते हुए उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। साथ ही उनको स्टेशन से बाहर ले जाने के लिए जिला प्रशासन सहित के विभिन्न विभागों के अधिकारी स्टेशन पर मौजूद रहे। इन श्रमिकों को घर ले जाने के लिए बसों की व्यवस्था की गई। जहां से उन्हें जांजगीर-चांपा जिले में क्वारांटीन पर रखने की तैयारी भी कर ली गई है। यह ट्रेन अहमदाबाद से गोधरा, रतलाम, बीना, कटनी, पेन्ड्रारोड से होते हुए बिलासपुर पहुंची।
अहमदाबाद से रविवार की शाम यह ट्रेन चली थी और सोमवार को सुबह 10 बजे के पूर्व ही बिलासपुर पहुंच गई। देश के विभिन्न स्थानों पर फंसे मजदूरों को छत्तीसगढ़ के लिए चलने वाली 15 ट्रेनों में से यह पहली श्रमिक स्पेशल ट्रेन थी। स्टेशन पर मजदूरों को बारी-बारी, एक-एक डिब्बे छोड़कर उतारा गया। प्लेटफार्म पर उतरते ही यात्रियों को सैनेटाइज किया गया। द्वितीय श्रेणी यात्री प्रतीक्षालय के एक हिस्से को स्वास्थ्य जांच केन्द्र के रूप में परिवर्तित किया गया था। जहां पर प्रत्येक यात्री के स्वास्थ्य की जांच थर्मल स्कैनिंग के जरिये की गई। ऐसे प्रत्येक व्यक्ति का सैम्पल लिया गया है जिन्हें सर्दी, खांसी या बुखार की शिकायत थी।