scriptदिवाली के आते ही एफएसओ की टीम ने शुरू की छापेमारी | FSO team raids before Diwali | Patrika News

दिवाली के आते ही एफएसओ की टीम ने शुरू की छापेमारी

locationजांजगीर चंपाPublished: Oct 12, 2017 06:53:30 pm

Submitted by:

Rajkumar Shah

खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम दिवाली त्योहार आते ही खाद्य पदार्थों की दुकानों में मिठाई एवं अन्य खाद्य पदार्थ का सेंपल लेने कमर कस ली है।

खाद्य सुरक्षा विभाग

खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम दिवाली त्योहार आते ही खाद्य पदार्थों की दुकानों में मिठाई एवं अन्य खाद्य पदार्थ का सेंपल लेने कमर कस ली है।

जांजगीर-चांपा. खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम दिवाली त्योहार आते ही खाद्य पदार्थों की दुकानों में मिठाई एवं अन्य खाद्य पदार्थ का सेंपल लेने कमर कस ली है।

बुधवार को खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने आधा दर्जन होटलों और अन्य संस्थान में छापेमारी कर मिठाई एवं अन्य खाद्य पदार्थ का सेंपल लिया। सेंपल लेकर रायपुर स्थित लैब भेजा गया। लैब से सेंपल फेल हुआ यानी मिसब्रांड होलट संचालकों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हो सकती है।

एफएसओ की टीम ने दिवाली के पहले होटलों में सेंपल लेने बुधवार को ताबड़तोड़ कार्रवाई की। कई जगह मिसब्रांड मिठाई मिलने की शिकायत लगातार मिल रही है। जिसे देखते हुए एफएसओ की टीम ने चांपा के गणेश होटल में जहां काजू बर्फी का सेंपल लिया। वहीं अग्रवाल स्वीट्स से काजू कतली का सेंपल लिया। बीकानेर स्वीट्स व केशरवानी स्वीट्स का निरीक्षण किया और वहां साफ-सफाई का स्तर सुधारने के लिए कड़े निर्देश दिए। इसी तरह टीम ने जांजगीर के संतोष होटल से पेड़ा और बलौदा के पद्मा स्वीट्स से पेड़ा का सेंपल लिया।
जिले में तकरीबन दो हजार से अधिक होटल है। कई होटलों में साफ सफाई के मानकों को इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन 90 फीसदी होटलों में मानकों का ध्यान नहीं दिया जाता। इन पर नजर रखने के लिए खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम लगातार छापेमारी करती है।

अब तक नहीं किसी पर कार्रवाई– खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम लगातार दुकानों से सेंपल के तौर पर खाद्य पदार्थ जब्त करती है, लेकिन कार्रवाई किसी पर भी नहीं हो पाती। लैब में सेंपल पास हो जाते हैं। बीते पांच साल के भीतर खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने तकरीबन सौ से अधिक खाद्य पदार्थ की दुकानों से सेंपल जब्त की है,
लेकिन एकाध को छोड़कर सारे सेंपल लैब से पास हो गए हैं। इससे साफ जाहिर होता है कि रायपुर स्थित लैब से सेंपल आसानी से पास हो जाते हैं। इसके चलते दुकान संचालकों को क्लीन चिट मिल जाती है। ऐसे में प्रशासन का छापेमारी का कोई औचित्य सामने नहीं आ रहा है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो