राज्य शासन ने जिले में 52 रेत घाट खोलने का लक्ष्य दिया है। जिसमें अब तक 33 रेत खदाने ही खुल पाई है। पांच और रेत घाट खुल जाने से आंकड़ा 38 रेत घाट हो जाएगा। इसके अलावा आने वाले समय में छह और बड़ी खदाने खोलने का टारगेट दिया गया है। इसके लिए पर्यावरणीय जनसुनवाई की औपचारिकता पूरी करनी होगी। इस तरह आने वाले दिनों में 44 रेत घाट संचालिक किए जाएंगे।
इसलिए जनसुनवाई जरूरी
रेत खदाने खुलने से क्षेत्र की जनता को किसी तरह की आपत्ति तो नहीं है। भारी वाहनों के आवागमन को लेकर क्षेत्र की जनता की राय लेना जरूरी है। हालांकि इसके लिए जनसुनवाई केवल औपचारिकता रहती है। क्योंकि ठेकेदार को सभी मानकों को पूरा करने की दिहायत दी जाती है। इसके अलावा पर्यावरण विभाग, राजस्व एवं वन विभाग से भी अनुमति लेना जरूरी रहता है। राजस्व व वन विभाग से आसानी से इसके लिए अनुमति मिल जाती है।