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तेंदूभाठा सरपंच के खिलाफ उपसरपंच समेत आधा दर्जन पंचों ने खोला मोर्चा

locationजांजगीर चंपाPublished: Dec 24, 2018 01:26:08 pm

Submitted by:

Shiv Singh

गांव में विकास कार्य के नाम पर बीते चार सालों में दो करोड़ आ चुका

गांव में विकास कार्य के नाम पर बीते चार सालों में दो करोड़ आ चुका

गांव में विकास कार्य के नाम पर बीते चार सालों में दो करोड़ आ चुका

जांजगीर-चांपा. नवागढ़ विकासखंड अंतर्गत ग्राम तेंदूभाठा के सरपंच पर ग्रामीणों ने विकास कार्य के नाम पर लाखों का बंदरबांट का आरोप लगाया है। ग्रामीणों का कहना है गांव में विकास कार्य के नाम पर बीते चार सालों में दो करोड़ आ चुका, लेकिन कोई भी काम ढंग का नहीं हुआ है। ग्रामीणों ने मामले की शिकायत जांजगीर एसडीएम अजय उरांव से की है। एसडीएम ने मामले की जांच कराने का आश्वासन ग्रामीणों को दिया है।

ग्रामीणों का आरोप है कि सरपंच ने प्रधानमंत्री आवास योजना, शौचालय निर्माण योजना सहित अन्य कई तरह की योजनाओं में बंदरबांट किया है। योजनाओं की राशि अपने चहेतों को दिया है। इससे ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। ग्राम पंचायत के उपसरपंच रामप्यारे साहू सहित आधा दर्ज पंच ने एसडीएम को सौंपे शिकायत में कहा है कि सरपंच ने अपने चहेते को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिया है।
ग्रामीणों का शौचालय बनवाया गया है, लेकिन उन्हें केवल 7 से 8 हजार रुपए का भुगतान किया गया है। शेष राशि को रेत गिट्टी मुरूम सहित अन्य खर्च बताकर काट लिया गया है। जबकि शासन की ओर से प्रत्येक हितग्राहियों को 12 हजार रुपए प्रदान की जानी है। हितग्राहियों द्वारा शेष राशि की मांग की जा रही है, लेकिन उनके द्वारा नहीं देने की बात कही जा रही है। ग्रामीणों का आरोप है कि सरपंच के द्वारा शौचालय की राशि में लाखों रुपए का गोलमाल किया है। प्रत्येक हितग्राहियों से 10 से 20 हजार रुपए लिया गया है। वहीं अपने अपने लोगों को ही आवास योजना का लाभ दिया गया है। जिसे लेकर ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। ग्रामीणों ने सरपंच के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
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पंचों को नहीं दी आय – व्यय की जानकारी
ग्राम पंचायत की बैठक में जब ग्रामीणों ने सरपंच से प्रत्येक मद की राशि का ब्योरा मांगा तो हीला हवाला किया जा रहा है। किस मद में कितना खर्च किया गया है इसकी जानकारी पंचों को नहीं दी जा रही है। इससे साफ जाहिर होता है कि सरपंच के द्वारा आर्थिक अनियमितता की जा रही है। शासन के द्वारा प्रदत्त राशि दुरूपयोग किया जा रहा है। जिसे देखते हुए पंचों ने एसडीएम से मांग करते हुए कहा है कि सरपंच को पद से हटाया जाए और उनके खिलाफ धारा 40 की कार्रवाई की जाए।


अब तक का सबसे घटिया कार्यकाल
ग्रामीणों का आरोप है कि पंचायती राज के तहत बीते पांच दशक से काम काज चल रहा है, लेकिन अब तक सबसे घटिया कार्यकाल यह रहा है। जबकि शासन की ओर से हर साल 10 से 20 लाख रुपए प्रदान किया जा रहा है। इतनी बड़ी राशि सरपंच के द्वारा गोलमाल की जा रही है। ग्रामीणों को व पंचों के बिना पूछे ही निर्माण कार्य किया जाता है। वहीं जब पंचों के द्वारा किसी तरह आपत्ति दर्ज की जाती है तो उन्हें देख लेने की बात भी कही जाती है।


-मेरे द्वारा विकास कार्य में किसी तरह गड़बड़ी नहीं की जा रही है। कुछ लोगों के द्वारा मुझे फसाने के लिए इस तरह की चाल चली जा रही है। मुझे शिकायतों से कोई फर्क नहीं पड़ता।
-घासीराम साहू, सरपंच ग्राम पंचायत तेंदूभांठा

-ग्राम पंचायत की शिकायत मिली है, शिकायत की जांच के लिए टीम बनाई जाएगी। जांच के बाद आरोप सिद्ध होने के बाद उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
-अजय उरांव, एसडीएम जांजगीर

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