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पांच लाख रुपए का घोटाला कर पांच साल से फरार एचडीएफसी बैंक का कर्मचारी गिरफ्तार

locationजांजगीर चंपाPublished: Aug 01, 2019 09:04:16 pm

Submitted by:

Vasudev Yadav

पांच हजार इनाम की घोषणा के बाद भी पांच साल से पुलिस गिरफ्त से दूर था आरोपी, एक पकड़ाया, एक अब भी फरार।

पांच लाख रुपए का घोटाला कर पांच साल से फरार एचडीएफसी बैंक का कर्मचारी गिरफ्तार

पांच लाख रुपए का घोटाला कर पांच साल से फरार एचडीएफसी बैंक का कर्मचारी गिरफ्तार

जांजगीर-चांपा. पांच लाख का घोटाला कर पांच साल से फरार आरोपी को पुलिस ने रायपुर से गिरफ्तार किया है। आरोपी एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) के कर्मचारी ने अपने परिचित को लाभ दिलाने के लिए एक खातेदार की इतनी बड़ी रकम की हेराफेरी की है। जिसके चलते अब उसे सलाखों के पीछे जाना होगा।
चांपा पुलिस के अनुसार एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) चांपा का कर्मचारी आनंद कुमार तिवारी व आलोक तिवारी को पांच लाख रुपए की जरूरत थी। उसने अपने परिचित को लाभ देने के लिए पांच लाख रुपए के चेक को अपने एक पुराने ग्राहक श्याम खाटू के नाम 19 नवंबर 2014 आरटीजीएस कर दिया। इधर खाताधारक भास्कर यादव पिता चमरू राम यादव अपनी राशि पाने बैंक के चक्कर काटता रहा, लेकिन उसकी रकम खाते में नहीं आया। आखिरकार उसने 19 नवंबर 2014 को मामले की रिपोर्ट चांपा थाने में दर्ज कराई थी।
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पुलिस मामले में धारा 420, 34 के तहत जुर्म दर्ज कर जांच कर रही थी, लेकिन बैंक के कर्मचारी आलोक तिवारी एवं उसका परिचित आनंद कुमार फरारी काट रहा था। इधर पुलिस के ऊपर पुराने मामले खंगालने का दबाव था। आखिरकार पुलिस को चौकन्नी होनी पड़ी और आलोक तिवारी को गिरफ्तार कर लिया। वहीं उसका सह आरोपी आनंद कुमार फरार है। बताया जा रहा है कि आनंद कुमार गया बिहार का रहने वाला है।

पांच हजार रुपए का था इनाम
चांपा पुलिस ने बताया कि एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) का कर्मचारी आलोक तिवारी व आनंद कुमार काफी दिनों से फरार थे। उसकी गिरफ्तारी के लिए आईजी ने पांच हजार रुपए के इनाम की घोषणा की थी। इसके बाद भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पा रही थी, जिसके चलते चांपा पुलिस ने स्माल जांच टीम गठित कर उसकी तलाश कर रही थी। पुलिस को सूचना मिली थी कि आलोक तिवारी रायपुर में रहकर चोरी-छिपे एक फायनेंस कंपनी में काम कर रहा है।

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