नौ कुंआरी कन्या मारती है छड़ी
साथ ही नौ कुंआरी कन्याओं की मां भवानी के मंदिर में गुलाल लगाकर पूजा की जाती है, फिर इन कन्याओं द्वारा छड़ी से सर्व प्रथम मां भवानी को भी पांच- पांच बार मारा जाता है। इसके बाद गांव के अन्य देवी देवताओं को भी छड़ी मारी जाती है। फिर लड़कियां डंगाही लेकर गांव में निकल पड़ती हैं, और लोगों को मारना शुरू करती हैं। उनके पीछे ढोल नगाड़े बजाते, रंग खेलते बड़ी संख्या में ग्रामीण होते हैंं।