टावर पढ़ा युवक आदतन शराबी है। उसकी इस आदत के चलते रोजाना घर पर उसकी पत्नी से झगड़ा होता रहता था। झगड़े के बाद भी शराब न छोडऩे से परेशान होकर जगदीश की पत्नी घर छोड़कर मायके चली गई, जिसके चलते उसने यह ड्रामा खड़ा कर दिया। भीड़ में खड़े कई लोग जगदीश को बीरू के नाम से भी बुलाने लगे और शोर मचा रहे थे कि.. बीरू रुक जा बसंती आ जाएगी, नाराज मत हो। तेरी लुगाई लुगाई को बुलवा रहे हैं। लगातार तीन घंटे तक टॉवर पर चढ़े शराबी युवक को मनाने के लिए पूरा गांव विनती करता रहा। वह लोगों से शराब की मांग भी करने लगा तो लोग उसे शराब देने पर राजी हो गए, लेकिन जगदीश कुछ दूर उतर कर फिर चढ़ जा रहा था। वह बार-बार शराब के साथ-साथ अपनी पत्नी से मिलाने की जिद कर रहा था। गांव वाले उसकी सभी मांग मानने की बात कह भी रहे थे, लेकिन वह मानने को तैयार नहीं था। अंत में हारकर लोगों ने मामले की सूचना डभरा पुलिस को दी। इसके बाद डभरा थाना प्रभारी अजय शंकर त्रिपाठी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और जगदीश को मनाने में जुट गए।
पुलिस ने युवक को नशे की हालत में देखते ही, पहले तो ग्रामीणों की भीड़ को मौके से भगाया। माहौल जब शांत हो गया तब किसी तरह युवक को टॉवर से नीचे उतारा गया। थाना प्रभारी का कहना है कि युवक अदतन शराबी होने के साथ-साथ दिमागी रूप से भी कमजोर है। उसकी इसी हरकत से परेशान होकर उसकी पत्नी भी चली गई थी। वह इससे पहले भी पत्नी के नाराज होने पर ऐसा कर चुका था, इसलिए उसे देखने जुटी भीड़ में कुछ लोग चटखारे भी ले रहे थे, तो वहीं पुलिस के हांथ पांव फूल रहे थे, कि यदि वह नशे में नीचे गिर गया तो नया बखेड़ा खड़ा हो जाएगा।
थाना प्रभारी को भी माननी पड़ी शर्त
डभरा टीआई युवक को किसी भी हालत में टावर से नीचे उतारना चाह रहे थे। वह डर रहे थे कि कहीं वह करंट की चपेट में न आ जाए। जब उन्होंने जगदीश को नीचे उतरने को कहा तो उसने उनके सामने भी अपनी शर्तें रख दी। आखिर मजबूरी में टीआई को भी जगदीश की शर्ते मानने का वादा करना पड़ा। इसके बाद वह शाम शाम छह बजे बड़ी मुश्किल से माना और टॉवर से नीचे उतरा।
… तो जा सकती थी उसकी जान
जगदीश टॉवर पर चढ़ा जरूर था, लेकिन वह हाईटेंशन तार से काफी दूर था। लेकिन यदि वह और ऊपर चढ़ता तो करेंट की चपेट में आ सकता था। इधर पुलिस के हांथ पांव फूल रहे थे कि कहीं जगदीश हाईटेंशन तार की चपेट में न जाए।