तस्करो ने पुलिस को चकमा देने के लिए ट्रेलर वाहन को अलग तरह से किया था असेम्बल
कहते है न कि चोर चोरी करता है तो एक न एक सुराग छोड देता था। वही आईआरएस की टीम को जब तस्करो का लोकेशन का पता चला तब चांपा के आसपास नाकेबंदी कर गांजे तस्करो का आने का रात मे इंतेजार करने लगे। जैसे ही चांपा नगर में प्रवेश करते ही टीम ने टेªलर को अपने कब्जे मे लेकर कर पुछताछ शुरू कर दी। शुरूवाती दौर पर जांच टीम मे पुरी तरह जांच करने के बाद कुछ नही मिला, थोडी देर के लिए टीम में सिर खुजलाने लगी। जब वाहन के वाजु को जांच किया तो जांच टीम की भी होस उड़ गये । तस्करो ने खास गांजे की तस्करी के लिए वाहन को अलग से असेम्बल कर गांजे रखने के लिए जगह बना कर रखा था। टीम ने वाहन से लगभग 10 क्विटल गांजे की जब्त कर तीन आरोपीयो को पकड़ा है।
चांपा पुलिस नहीं दे रही जानकारी
यह कार्रवाई बीती रात की है लेकिन चांपा पुलिस ने इसकी जानकारी मिडिया से छुपाई रखी। इस बारे जब सुबह मिडिया के लोग चांपा थाने पहुंचे तो जांच के नाम पर किसी प्रकार की जानकारी देने से इंकार कर दिया है। वही आईआरएस की टीम द्वारा भी मिडिया को किसी प्रकार से जानकारी देने से इंकार करते हुऐ जांच की बात कहते रहे।
तस्करों के लिए आसान मार्ग
यह क्षेत्र ओडिशा बार्डर से लगा हुआ है और लगातार इस क्षेत्र से पहले भी गांजा तस्करी करने वाले छोटे आरोपी पकड़े जाते रहे।लेकिन बड़े तादाद में तस्करी करने वाले गांजा तस्कर पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ रहे थे। पिछले साल भी पुलिस के कड़ी निगरानी के चलते कई बार बड़ी खेप में गांजा पकड़ा गया। जिससे साफ हो गया है कि पूर्व में भी गांजा तस्कर इस मार्ग को तस्करी के लिए इस्तेमाल करते रहे और पुलिस को चकमा देकर यहां से निकल भागते रहे। गांजा तस्करों के लिए यह मार्ग आसान है क्योंकि छत्तीसगढ़ और ओडिशा के बार्डर में कोई भी जांच नाका नहीं रहने पर इस मार्ग में आसानी से लोग गांजा की तस्करी करते हैं।