महिला एवं बाल विकास अधिकारी ने ली देर रात तक बैठक, महिलाएं परेशान
जांजगीर चंपाPublished: Oct 15, 2015 12:37:00 am
रात 8 बजे तक महिला एवं बाल विकास विभाग में
एक के बाद एक संकुल के सुपरवाइजर को बुलाकर समीक्षा बैठक ली जाती रही।
चांपा. जिले के दूरदराज से जांजगीर आये विभिन्न ब्लाक के सुपरवाइजर महिलाएं अपनी सुरक्षा को लेकर उस समय सकते में आ गई, जब महिला एवं बाल विकास अधिकारी द्वारा रात तक समीक्षा बैठक ली जाती रही। अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित महिलाएं थाने में गुहार लगाई। सुनवाई नही होने पर एसडीएम के पास पहुचे, तब जाकर फटकार के बाद बैठक समाप्त किया गया।
14 अक्टूबर को जिला के ब्लाक के सभी संकुल सुपरवाइजरों को आधार पंजीयन के लिए जिला मुख्यालय बुलाया गया था। सुबह 11 बजे सुपरवाइजर महिला एवं बाल विभाग पहुच गये थे। घंटो बैठने के बाद दोपहर में कलेक्ट्रेट ले जा कर आधार पंजीयन कराया गया। इसके बाद शाम 5 बजे महिला एवं बाल विकास अधिकारी एमडी नायक ने ब्लाक व संकुल वाइस समीक्षा बैठक लेनी शुरू कर दी। रात 8 बजे तक महिला एवं बाल विकास विभाग में एक के बाद एक संकुल के सुपरवाइजर को बुलाकर समीक्षा बैठक ली जाती रही।
जिले के दूरदराज से आये महिलाओं को वापस घर जाने व अपनी सुरक्षा को लेकर डर सताने लगा। महिलाएं रात हो जाने के कारण बैठक नही लेने निवदेन करने लगीं। अधिकारी ने सुपरवाइजर महिला कार्यकर्ताओं की एक न सुनी। महिलाएं एवं बाल अधिकारियों की संवेदन हीन बरताव से महिलाओं की चिंता और बढ़ गई। डभरा मालखरौदा जैसे दूरदराज से आई महिलाएं जांजगीर थाना पहुंच कर थाना प्रभारी को अपनी सुरक्षा की चिंता जताते हुए हस्तक्षेप करने की मांग की। महिलाएं एसडीएम के पास पहुंची और एसडीएम ने महिलाओं की चिंता को समझते हुए डीपीओ एमडी नायक से फोन पर बात की। इसके बाद बैठक समाप्त करने की घोषणा कर दी गई।
मीटिंग लेने में देर हो गई थी, लेकिन जरूरी दिशा निर्देश देने के कारण रात आठ बजे तक मीटिंग चली।
एमडी नायक, महिला एवं बाल विकास अधिकारी