मुलमुला थाने में नरियरा निवासी एक युवक की पिटाई मामले में नामजद थाना प्रभारी, दो आरक्षक एवं एक नगरसैनिक ने बढ़ते दबाव के मद्देनजर रविवार की शाम पुलिस के समक्ष समर्पण कर दिया।
जांजगीर-चांपा. मुलमुला थाने में नरियरा निवासी एक युवक की पिटाई मामले में नामजद थाना प्रभारी, दो आरक्षक एवं एक नगरसैनिक ने बढ़ते दबाव के मद्देनजर रविवार की शाम पुलिस के समक्ष समर्पण कर दिया। पूछताछ के बाद पुलिस ने चारों आरोपियों को जिला न्यायालय जांजगीर में न्यायिक मजिस्ट्रेट के कोर्ट में पेश किया। जहां चारों को न्यायिय अभिरक्षा में केंद्रीय कारागार बिलासपुर भेज दिया।
एएसपी पंकज चंद्रा ने बताया कि 17 सितंबर को पुलिस अभिरक्षा में नरियरा निवासी सतीश नोरगे की मौत हो गई थी। मुलमुला पुलिस पर पुलिस अभिरक्षा में पिटाई का आरोप लगा था। मामले की जांच अजाक थाने को सौंपी गई थी। जांच के दौरान पुलिस ने मुलमुला थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह राजपूत पिता सुरेंद्र सिंह, आरक्षक सुनील कुमार धु्रव पिता स्व. गंगा सिंह, दिलहरण मिरी पिता उमेंदराम एवं नगर सैनिक दाउद पिता अग्रिहोत्री को मारपीट का दोषी पाया था।
पुलिस ने चारों कर्मचारियों को घटना के दूसरे दिन निलंबित कर दिया था। चारों कर्मचारियों ने 25 सितंबर को पुलिस के समक्ष समर्पण कर दिया है। कर्मचारियों को पुलिस अभिरक्षा में लिए जाने के बाद पूछताछ की गई। पुलिस के पास उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर अपराध सबूत पाए जाने के बाद गिरफ्तार किया गया और चारों आरोपियों को जिला एवं सत्र न्यायालय में मजिस्ट्रेट के पास पेश किया गया। जहां से चारों आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में केंद्रीय जेल बिलासपुर भेजा गया है।