Shramik Special Train: मजदूरों ने बताई आपबीती, पूरा परिवार का वहां भूखे मरने की थी स्थिति, मदद करने वाला नहीं था कोई
जिले के 685 मजदूरों को लेकर पठानकोट से चांपा पहुंची श्रमिक स्पेशल ट्रेन, कलेक्टर व एसपी ने ताली बजाकर किया स्वागत
जांजगीर-चांपा. कोविड-19 के कारण लॉकडाउन में जिले के अन्य राज्यों में फंसे 685 मजदूर बुधवार की रात श्रमिक स्पेशल ट्रेन से पठानकोठ से चांपा पहुंची। कलेक्टर जनक प्रसाद पाठक और पुलिस अधीक्षक पारूल माथुर के मार्गदर्शन में इन सभी श्रमिकों के लिए चांपा रेलवे स्टेशन पर स्वास्थ्य जांच, भोजन पेयजल आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की गई।
ट्रेन से उतरने के बाद प्रत्येक श्रमिक को चिकित्सकों की उपस्थिति में सेनेटाइज किया गया। रेलवे स्टेशन पर तैनात चिकित्सा टीम द्वारा प्रत्येक श्रमिक की कोविड-19 के संक्रमण के संभावित लक्षण को परखने थर्मल स्केनिंग से जांच की गई। चिकित्सकों द्वारा इन श्रमिकों के स्वास्थ्य की सामान्य जांच भी की गई।
जिला प्रशासन द्वारा चांपा पहुंचे श्रमिकों को क्वारंटीन के लिए उनके गंतव्य तक सुरक्षित और सुव्यवस्थित रूप से पहुंचाने विकासखंड वार रेल्वे स्टेशन के प्लेटफार्म में 9 काउंटर बनाए गए थे। इसके अलावा कोरबा और रायगढ़ जिले के श्रमिकों की सुविधा के लिए काउंटर बनाए गए थे। श्रमिकों की सुविधा के लिए उनके गंतव्य की बसों में बैठाने उदघोषणा कर सुवयवस्थित जानकारी दी गई और इन बसों को क्रमबद्ध श्रमिकों के गांव के लिए रवाना किया गया।
पठानकोठ से स्पेशल श्रमिक ट्रेन से बुधवार की रात चांपा पहुंचे श्रमिकों ने अपने गृह जिला आगमन पर मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया और उनके प्रति आभार जताया। श्रमिकों के चेहरे पर खुशी के भाव परिलक्षित हो रहे थे। जिले के नवागढ़ विकासखंड के ग्राम घुठिया के सुंदर सिंह, योगेश सिंह, सीता बाई, प्रेमसिंह और राहोद के संतराम पटेल, छोटकू, जागेश्वर पटेल और मंगलीन बाई सहित खरोद के करीब 50 श्रमिक राजमिस्त्री और मजदूरी का काम करने पठानकोट गए थे। ये सभी लॉकडाऊन के कारण पठानकोट में पिछले करीब 45 दिनों से फंसे हुए थे। अपने घर आने लालायित थे। किंतु किसी भी प्रकार का जाने का साधन नहीं होने से वे काफी परेशान थे। मुख्यमंत्री द्वारा विशेष श्रमिक ट्रेन से इन श्रमिकों को उनके गृहग्राम लाने की व्यवस्था करने पर इन सभी श्रमिकों ने राहत की सांस ली।
वहां कोई मदद करने वाला नहीं, भूखे मरने की थी स्थिति पठानकोट से चांपा तक सफर कर पहुंचे शिवरीनारायण के पास गांव कटौद निवासी महेंद्र साहू ने बताया कि वे सात महीने पूर्व तिहाड़ी मजदूरी काम करने पत्नी व तीन बच्चों के साथ अमृतसर गए हुए थे। कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण पूरे देश में लॉकडाउन होने के कारण वहां काम बंद हो गया था। काम बंद होने के कारण आर्थिक और मानसिक समस्या का सामना करना पड़ रहा था। वहां परिवार के साथ भूखे मरने की स्थिति थी। कोई मदद करने वाला नहीं था। वहां स्थानीय राज्य सरकार द्वारा पहले कुछ दिन राशन दिया गया। छत्तीसगढ़ सरकार की पहल पर चलाए जा रहे इस समय की स्पेशल ट्रेन की जानकारी मिली। वे अपनी पत्नी यशोदा, बेटा चंद्र मनीष, बेटी उषा और बेटा चंद्रशेखर को लेकर वे ट्रेन से चांपा पहुंचे।
कलेक्टर व एसपी ने ताली बजाकर किया स्वागत बुधवार की रात करीब 8 बजे विशेष श्रमिक ट्रेन का अमृतसर से चांपा स्टेशन आगमन हुआ। कलेक्टर जनक प्रसाद पाठक, पुलिस अधीक्षक पारुल माथुर, विभागीय और रेलवे के अधिकारियों कर्मचारियों ने श्रमिक, यात्रियों का करतल ध्वनि से स्वागत किया।
राजोरिया फाऊंडेशन चांपा ने की भोजन की व्यवस्था सभी यात्रियों के स्वास्थ्य की जांच होने के बाद राजोरिया फाऊंडेशन के पदाधिकारियों और सदस्यों द्वारा सभी श्रमिकों को भोजन और पानी के बाटल वितरित किए गए। आने वाले सभी श्रमिकों के प्रति फाऊंडेशन के सेवा भाव की सभी ने प्रशंसा की।