नगरसैनिकों की सरकार के प्रति दिखी नाराजगी
नगरसैनिक आजादी से अब तक चंद रुपयों में सरकार की नौकरी कर रहे हैं। पहले तो उन्हें हजार रुपए ही वेतन मिलते आ रहा था। इसके बाद वेतन बढ़कर तीन हजार से पांच हजार होते हुए अब तक १३ हजार रुपए ही बढ़ पाया है। जिसके चलते नगरसेना के कर्मचारियों में अच्छी खासी नाराजगी दिखाई दी। कर्मचारियों का कहना है कि एक ओर उन्हें हाड़तोड़ मेहनत करनी पड़ रही है वहीं दूसरी ओर सरकार मात्र १३ हजार रुपए सैलरी दे रही है। जबकि कई विभाग के कर्मचारियों को संविलियन हो चुका है। उनसे कई गुना अन्य कर्मचारी वेतन पा रहे हैं, लेकिन सरकार उनसे लगातार भेदभाव करते आ रही है। आज भी वे न्यूनतम वेतनमान पर काम करने मजबूर हैं। जबकि मध्यप्रदेश सरकार सहित अन्य कई प्रदेशों में नगरसैनिकों को २० हजार रुपए से अधिक वेतन मिल रहा है। जिसके चलते कर्मचारी मुफलिसी की जिंदगी जीने मजबूर हैं।