आपको बता दे चुनाव आयोग ने पांच महीने पूर्व समाज के सभी वर्ग को जागरूक करने के लिए चुनाव जागरूकता अभियान चला रही थी। कही न कही इस बार के ज्यादा मतदान का श्रेय जागरूकता टीम की भी बनती है। किन्नरों का कहना है , मतदान हमारा अधिकार है और हम अपने अधिकारों को लेना जानते है और नहीं मिलने पर लूटना भी।
इस सीट पर कुल 15 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।इन सभी की किस्मत 23 अप्रैल को ईवीएम में बंद हो जाएगी और फिर 23 मई की मतगणना के बाद चुनाव नतीजे सामने आ जाएंगे।विधानसभा में बदले समीकरणों का फयादा कांग्रेस को मिलेगा या इतिहास खुद को दोहराएगा ये आने वाला वक़्त ही बताएगा।