प्रधान
मंत्री उज्ज्वला योजनांतर्गत वर्ष 2017-18 के लिए जिले को एक लाख 8816 गैस कनेक्शन बांटने का लक्ष्य मिला है। इसके लिए जिला पंचायत व खाद्य विभाग द्वारा लगातार आवेदन मंगाया जा रहा है। इसके बाद भी लक्ष्य पूरा करने की दिशा में कार्रवाई आगे नहीं बढ़ पा रही है।
इस बात से परेशान शासन द्वारा पत्र जारी कर लक्ष्य पूरा करने विभाग पर दबाव बनाया जा रहा है। इससे नोडल एजेंसी जिला पंचायत द्वारा जिले के सभी जनपद पंचायतों में पत्र भेजकर लक्ष्य पूरा करने कार्रवाई करने कहा है।
जारी पत्र में बताया गया है कि इस वर्ष के लक्ष्य के विरूद्ध अब तक केवल 38270 हितग्राहियों को कनेक्शन जारी किया गया है, जबकि मिले आवेदनों में पात्र हितग्राही 43281 है। शेष बचे 65535 हितग्राही खोजने के लिए गांवों में 16 व 17 सितंबर को शिविर लगाने कहा गया है। शिविर लगाने के पूर्व बाकायदा मुनादी कराने के साथ ग्राम सचिव,
रोजगार सहायक, साक्षरता प्रेरक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानीन की ड्यूटी शिविरों में लगाने कहा गया है।
शिविर में छूटे परिवारों से आवेदन पत्र भराकर आवश्यक दस्तावेज आधारकार्ड सहित प्राप्तकर कार्रवाई पूरी करने निर्देश दिए गए हैं। साथ ही विकासखंड में स्थापित समस्त गैस एजेंसियों की समीक्षा बैठक में इस संबंध में आवश्यक जानकारी देने कहा गया है।
सक्ती का सबसे बुरा हाल– गैस कनेक्शन वितरण में सक्ती विकासखंड का सबसे बुरा हाल है। यहां प्राप्त लक्ष्य की पूर्ति करने कोई प्रयास नहीं किया गया है। जिला पंचायत से जारी पत्र में बताया गया है कि वर्ष 2017-18 के लिए सक्ती विकासखंड को 18600 कनेक्शन वितरण का लक्ष्य रखा गया है, जबकि अब तक एक भी कनेक्शन नहीं बंटा है।
इसी तरह डभरा में 11400 के विरूद्ध 10692 लोगों को कनेक्शन बांटने शेष हैं। वहीं बम्हनीडीह में 11400 के विरूद्ध 8239, नवागढ़ में 15416 के विरूद्ध 9225, पामगढ़ में 11000 के विरूद्ध 6352, अकलतरा में 11400 के विरूद्ध 6417, जैजैपुर में 6000 के विरूद्ध 2612, बलौदा में 8600 के विरूद्ध 2522 तथा मालखरौदा में 12000 के विरूद्ध 448 हितग्राहियों को कनेक्शन देना शेष है।
पात्र-अपात्र पर रखें ध्यान– जिला पंचायत सीईओ ने गैस कनेक्शन के लिए आवेदन पत्र भराते समय पात्र-अपात्र का ध्यान रखने कहा है। आवेदनों की स्क्रूटनी के बाद अब तक सात हजार से अधिक आवेदक अपात्र हुए हैं, जिससे विभाग को परेशानी होती है। इसलिए पहले ही आवेदकों के पात्र होने की समीक्षा कर ली जाए।
आवेदकों के नाम एसईसीसी 2011 के सर्वे सूची में शामिल हैं, इस बात की पुष्टि करते हुए ही आवेदन पत्र जमा करने के हिदायत दिए गए हैं।