ब्लड डोनर्स समूह के संचालक हिमांशु अग्रवाल ने बताया कि रक्तदान करने से लोगों में अभी भी हिचक है, जबकि हर तीन माह में रक्तदान किया जा सकता है, जिससे शरीर में नए रक्त का निर्माण होता है, जो कई बीमारियों को दूर करता है। वर्तमान में अनियमित खानपान से कॉलेस्ट्राल की समस्या सबसे ज्यादा सामने आ रही है,
जिससे हार्ट में ब्लाकेज के मामले बढ़ रहे हैं। इस समस्या का सबसे बेहतर निदान लगातार रक्तदान कर किया जा सकता है। रक्तदान करने के बाद इंसान को किसी तरह की कमजोरी नहीं होती है। उन्होंने बताया कि 18 वर्ष के अधिक आयु के स्वस्थ्य व्यक्ति रक्तदान कर सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि रक्त केवल प्राकृतिक स्रोतों से प्राप्त किया जा सकता है,
जो दान दाताओं से ही मिल सकता है। इसका कृत्रिम तौर पर निर्माण संभव नहीं है। इसलिए जरूरतमंदों को रक्त उपलब्ध कराने सभी को सामने आना चाहिए। ब्लड डोनर्स समूह बनाने के पीछे की कहानी बताते हुए कहा कि इसके लिए उनके पिता से प्रेरणा मिली और तीन वर्ष पहले कुछ दोस्तों के साथ मिलकर रक्तदान करना प्रारंभ किया, फिर एक समूह बनाए, जिसमें लोग जुड़ते गए और आज इसके 70 सदस्य हैं,
जो जांजगीर के अलावा अकलतरा, सक्ती, चांपा, बिलासपुर , भिलाई के निवासी हैं। इस समूह का विस्तार किया जा रहा है, जिसमें पूरे छत्तीसगढ़ के लोग शामिल हो रहे हैं और प्रदेश में कहीं भी जरूरतमंद को रक्त की आवश्यकता होने पर पूर्ति करने की योजना बनाई जा रही है। साथ ही समूह के सदस्य लोगों की अन्य जरूरतों में सामने आ रहे हैं। यह एक संपूर्ण समाज सेवा की संस्था है। उन्होंने सभी से रक्तदान करने का आग्रह किया।