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बुनकर परिवारों के आंदोलन में शामिल हुए विधायक, कहा- कमीशन के लिए प्रदेश सरकार ने 50 हजार बुनकर परिवारों के पेट पर मारा लात

locationजांजगीर चंपाPublished: Jul 11, 2019 06:17:34 pm

Submitted by:

Vasudev Yadav

छह महीने से कपड़ा बुनाई के लिए धागा नहीं मिलने से बेरोजगारी की मार झेल रहे बुनकर परिवारों (Weavers families) का आक्रोश आंदोलन (protest) बनकर निकला।

बुनकर परिवारों के आंदोलन में शामिल हुए विधायक, कहा- कमीशन के लिए प्रदेश सरकार ने 50 हजार बुनकर परिवारों के पेट पर मारा लात

बुनकर परिवारों के आंदोलन में शामिल हुए विधायक, कहा- कमीशन के लिए प्रदेश सरकार ने 50 हजार बुनकर परिवारों के पेट पर मारा लात

जांजगीर-चांपा. जिले के बुनकर परिवारों (Weavers families) के सदस्यों ने जिला मुख्यालय जांजगीर में धरना प्रदर्शन करते हुए जहां प्रदेश सरकार को जमकर कोसा। वहीं बुनकर समिति के अध्यक्ष व पूर्व विधायक मोतीलाल देवांगन के मुर्दाबाद के नारे तक लगाए।
बुनकर समिति के आंदोलन को संबोधित करते हुए जांजगीर-चांपा विधायक नारायण चंदेल ने कहा कि बुनकर परिवार को आज छह महीने से कपड़ा बनाने के लिए धागा नहीं मिल रहा जिससे वे आर्थिक दौर से गुजरने मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार का यह सारा खेल केवल कमीशन का है। कमीशन के लिए प्रदेश सरकार ने प्रदेश के 50 हजार बुनकर परिवारों के पेट पर लात मारा है।
छह-सात महीने में प्रदेश सरकार के खिलाफ इतना गुस्सा आज तक इतिहास में नहीं रहा। हर वर्ग भूपेश सरकार से नाराज है। छह-सात महीने में आम जनता कह रही है कि इस बार गलती हो गई लेकिन पांच साल बाद फिर इनको सबक सिखाएंगे।
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बुनकर परिवारों के आंदोलन में शामिल हुए विधायक, कहा- कमीशन के लिए प्रदेश सरकार ने 50 हजार बुनकर परिवारों के पेट पर मारा लात
विधायक ने बताया कि पिछले साल भारत सरकार ने बुनकर परिवारों (Weavers families) का व्यक्तिगत कर्जा था वो 15 करोड़ रुपए मोदी सरकार ने माफ किया है। प्रदेश में रमन सिंह की सरकार थी तो पिछले 15 साल में कभी बुनकरों को आंदोलन नहीं करना पड़ा। 2004 में रमन सरकार ने 4 करोड़ 65 लाख रुपए बुनकरों का कर्जा माफ किया गया था और आज यह प्रदेश सरकार बुनकर परिवारों को धागा के लिए तरसा रही है।
आज इस आंदोलन के माध्यम से हम शासन-प्रशासन को चेता रहे हैं कि संभल जाए, बुनकर परिवार के जो जीवन यापन के साधन है उसके साथ अन्याय नहीं करें। बुनकरों (Weavers) को तत्काल धागा उपलब्ध कराएं। जो-जो बुनकर में सहुलियत चाहें वो दिलाएं। नहीं तो फिर बड़ा आंदोलन होगा, जेल भरो आंदोलन होगा और आंदोलन इसलिए होगा क्योंकि छग सरकार (CG Government) प्रदेश के बुनकर (Weaver) के पेट में लात मार रही है और जब कोई पेट में लात मारता है तो वो बर्दाश्त से बाहर होता है। भूपेश सरकार से निवेदन कर रहे हैं तो बुनकरों (Weavers) के साथ अन्याय न करें और मांगों को तत्काल पूरा करें।
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मोतीलाल देवांगन मुर्दाबाद के लगे नारे
धरना प्रदर्शन के बाद सैकड़ों की संख्या में उपस्थित बुनकर परिवार (Weavers families) के साथ विधायक चंदेल ने एसडीएम को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा। इस दौरान पुलिस और प्रशासन के सामने ही माइक से मोतीलाल देवांगन मुर्दाबाद के नारे लगते रहे।

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