scriptमृत किसान के नाम फौती कटने के बाद पहले परिजन फिर बिचौलियों ने बेचा धान | Name of the deceased person in Khisora Society | Patrika News

मृत किसान के नाम फौती कटने के बाद पहले परिजन फिर बिचौलियों ने बेचा धान

locationजांजगीर चंपाPublished: Mar 20, 2019 12:52:41 pm

Submitted by:

Shiv Singh

खिसोरा सोसायटी में मृत व्यक्ति के नाम धान खरीदी का मामला

खिसोरा सोसायटी में मृत व्यक्ति के नाम धान खरीदी का मामला

मृत किसान के नाम फौती कटने के बाद पहले परिजन फिर बिचौलियों ने बेचा धान

जांजगीर-चांपा. बलौदा ब्लाक के खिसोरा सोसायटी में मृत व्यक्ति के नाम धान खरीदी के मामले ने तूल पकड़ लिया है। खबर छपने के बाद नोडल अधिकारी ने जांच टीम बना दिया है। इस मामले की जांच के लिए बलौदा के शाखा प्रबंधक संतोष सोनी को जांच अधिकारी बनाया गया है। जांच अधिकारी को ४८ घंटे के भीतर जवाब प्रस्तुत करने का अल्टीमेटम दिया है। जांच रिपोर्ट में देरी होने पर उन्हीं के खिलाफ कार्रवाई की बात की है। दिलचस्प बात यह है कि मृतक के नाम पर ढाई लाख का धान बिका ही है वहीं इस नाम से फौती उठवाने वाले परिजनों ने भी एक लाख ७३ हजार रुपए का धान बेच दिया है। जिससे मामला रोचक हो गया है। यानी इस मामले में सीधे शासन को लाखों का चूना लगा है। जिससे खरीदी प्रभारी पर बड़ी कार्रवाई हो सकती है।
गौरतलब है कि खिसोरा सोसायटी में समिति प्रबंधक ने नवगवां निवासी मृत किसान प्रमोद कुमार पिता रामलाल यादव के खाते का इस्तेमाल कर सोसायटी में ढाई लाख के धान की बिक्री कर दिया है। बाकायदा किसान के नाम पर चेक जारी हुआ और रकम का आहरण भी हो चुका है। जिसकी शिकायत १६ मार्च को जिला नोडल अधिकारी कमल सिंह ठाकुर के पास की गई थी। पत्रिका ने इस मामले को अपने १९ मार्च के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया था। जिस पर नोडल अधिकारी ने एक्शन लेते हुए जांच टीम गठित की है। जांच अधिकारी बलौदा के शाखा प्रबंधक संतोष सोनी को बनाया गया है। संतोष सोनी को ४८ घंटे के भीतर जांच कर पूरी रिपोर्ट देने की बात कही है।

अधिकारियों में मचा है हडक़ंप
बताया जा रहा है कि खिसोरा धान खरीदी केंद्र हमेशा विवादों में रहा है। इससे पहले भी इस समिति में फर्जीवाड़े के कई मामले सामने आ गए हैं। पत्रिका में खबर छपने के बाद अधिकारियों के काम खड़े हो गए और सारे के सारे अधिकारियों ने एक स्वर में कहा कि खिसोरा में फिर फर्जीवाड़ा हो गया। क्योंकि पहले भी इस सोसायटी में फर्जीवाड़े सामने आ चुके हैं। जिसकी जांच पहले भी हो चुकी है। किसानों ने यहां के फर्जीवाड़े को लेकर लगातार धरना प्रदर्शन किया था।

चार लोगों की संलिप्तता का आरोप
बताया जा रहा है कि प्रमोद यादव की मौत के बाद उसके भाई कृष्ण कुमार यादव ने फौती कटवा लिया और अपने नाम से पौने दो लाख का धान बेच दिया, लेकिन प्रमोद कुमार का नाम अब तक नहीं काटा गया और उसके खाते का इस्तेमाल व्यापारी रामनाथ साहू कर रहा था। रामनाथ साहू ने इस नाम से इस साल धान बिक्री न करते हुए खाते को ग्रामीण रामकुमार को दे दिया। रामकुमार ने खाता को लेन-देन कर खरीदी प्रभारी विनोद कुमार आदिले को दे दिया। जिससे विनोद कुमार आदिले ने मृत व्यक्ति के नाम ढाई लाख रुपए का धान बिक्री कर दिया।

खिसोरा धान खरीदी में मृत व्यक्ति के नाम धान बिक्री की जांच के लिए टीम का गठन कर दिया गया है। जांच टीम में शाखा प्रबंधक संतोष सोनी को ४८ घंटे के भीतर जवाब प्रस्तुत करने को कहा गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
– कमल सिंह ठाकुर, नोडल अधिकारी

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो