उल्लेखनीय है कि जिम और वाचनालय का निर्माण शुरूआत से ही विवादों में रहा। नगरपालिका द्वारा करीब पांच साल पहले जिम और लाइब्रेरी बनाने के लिए पुराना नगरपालिका भवन के पास इसकी नींव रखी थी, मगर बिल्डिंग निर्माण में काफी देरी हुई। करीब चार सालों में निर्माण पूरा हुआ।
इसके बाद अब समस्या जिम के लिए सामान और लाइब्रेरी के लिए पुस्तक की आ गई। भवन बनने के लिए पालिका के अधिकारियों ने फंड की समस्या बताकर सामान खरीद पाने से हाथ खड़े कर दिए। इसके बाद नगरपालिका के तात्कालिन सीएमओ ने जिम की सामग्री के लिए करीब छह माह पहले जिला खेल एवं कल्याण विभाग को पत्र लिखा था और विभागीय फंड से जिम के लिए सामग्री व्यवस्था कराने की मांग की थी, लेकिन जिला खेल एवं कल्याण विभाग के अफसरों ने भी इस तरह का कोई अलग से फंड नहीं होने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया।
ट्रैक्टर चालक ने बाइक चालक को मारी ठोकर, दो की मौत, चालक फरार तात्कालिन जिला खेल अधिकारी प्रतिमा सागर ने अलग से कोई फंड नहीं होने की बात कहते हुए पत्र को शासन को भेज देने की जानकारी दी थी। इसी तरह लाइब्रेरी के लिए पुस्तकें जुटाने जिला शिक्षाधिकारी कार्यालय जांजगीर-चांपा को पत्र लिखा है, लेकिन वहां से भी अब तक कुछ नहीं हो पाया। नगर पालिका के जिम्मेदार अब फंड का ही रोना रोकर सामग्री के लिए शासन.प्रशासन की ओर मुंह ताक रहे हैं।
जिले में नहीं है एक भी लाइब्रेरी
जिला में एक भी सार्वजनिक लाइब्रेरी नहीं है। जिला मुख्यालय में लाइब्रेरी खुलने से लोगों को पसंद की किताबें पढऩे को मिलेंगी। इस लाइब्रेरी में युवाओं की जरूरतों के अनुसार सामान्य ज्ञान, करंट अफेयर्स की किताबें सहित समाचार पत्र आदि रखे जाएंगे। इसके प्रारंभ होने से न केवल नगर बल्कि जिले के अन्य क्षेत्र के युवाओं को भी इसका लाभ मिलेगा। इसी प्रकार जिम भी नहीं होने से युवाओं को निजी जिम का सहारा लेना पड़ रहा है।
-जिम और लाइब्रेरी के लिए सामाग्रियों की खरीदी क्यों नहीं हो पाई, यह देखना पड़ेगा। भवन तो तैयार हो चुका है। मेरे आने से पहले का मामला है। जानकारी लेकर जिम और वाचनालय को शुरू कराने प्रयास करेंगे- पीएन पटनायक सीएमओ जांजगीर-नैला