गौरतलब है कि मकरंद अपने अजीब से हुलिए और हेयरस्टाइल के कारण काफी विख्यात हैं। वे अब तक लगभग 350 से ज्यादा नाटक लिख चुके हैं। साथ ही 12 शॉर्ट प्ले भी लिख चुके हैं। मकरंद का अंश नाम से खुद का थिएटर भी है। लेखन के अलावा मकरंद डायरेक्शन में भी अपना हाथ आजमा चुके हैं। वे अब तक पांच फिल्मों का निर्देशन कर चुके हैं। मकरंद हिंदी के अलावा कन्नड़, मराठी, तेलुगू व मलयालम भाषा में काम कर चुके हैं। मकरंद ने हास्य किरदारों में सशक्त अभिनय से अपनी अलग छाप छोड़ी है।