इसके चलते कई केंद्रों में धान रखने की जगह नहीं बची है। केंद्र प्रभारियों का कहना है कि एक-दो दिन में उठाव नहीं हुआ तो आगे खरीदी करना संभव नहीं हो पाएगा। दअरसल, धान परिवहन में पारदर्शिता लाने के लिए शासन ने सभी मिलर्स को निर्देश जारी किया है कि जीपीएस लगे वाहनों से ही धान का उठाव किया जाएगा। नियम के लिए मिलर्स में रोष भी देखा जा रहा था। जिसके चलते स्थिति यह थी कि खरीदी शुरू होने के 12 दिन बाद भी एक दाना का उठाव नहीं हुआ था। किसी तरह शुक्रवार को उठाव शुरू हुआ।
अफसरों का कहना है जीपीएस को लेकर वीसी में चर्चा के समस्या से अवगत कराया गया जिसके बाद थोड़ी राहत देते हुए यह निर्णय लिया गया है कि उपार्जन केंद्र में डीएम (जावक पर्ची) में नोडल आफिसर दस्तख्त करके देंगे। उसी आधार पर परिवहन हो सकेगा। अधिकारियों के मुताबिक शनिवार और रविवार दो दिन खरीदी नहीं होगी। ऐसे में धान उठाव के लिए पर्याप्त समय मिल रहा है। रविवार तक धान का उठाव कर लिया जाएगा।
पेण्ड्री सोसायटी में उठाव नहीं
स्थिति यह है कि कई केंद्रों से धान का उठाव तक शुरू नहीं हो सका है। मुख्यालय से लगे धान खरीदी केंद्र पेण्ड्री में शनिवार के दोपहर डेढ़ बजे तक की स्थिति में धान का उठाव नहीं हुआ था। केंद्र प्रभारी वीरेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि उठाव के लिए डीओ जारी हो गया है, लेकिन अभी उठाव नहीं हुआ है।
बेमौसम बारिश हुई तो बढ़ जाएगी समस्या
इधर बेमौसम बारिश की संभावना को देखते हुए कलेक्टर ने सभी केंद्रों में पर्याप्त मात्रा में कैप कवर की व्यवस्था करने के निर्देश जारी किए हैं। धान का उठाव नहीं होने से कई केंद्रों में धान का बंपर स्टाक पड़ा है और इतनी मात्रा में धान को ढंकने के लिए पर्याप्त कैप कवर तक की व्यवस्था नहीं है। करोड़ों के धान खुले आसमान के नीचे पड़े हैं। ऐसे में बेमौसम बारिश होती है तो नुकसान भी उठाना पड़ सकता है।