scriptइस बात को लेकर शिक्षा विभाग में मची है खलबली, कारण जान आपके भी उड़ जाएंगे होश | Panic in the education department | Patrika News

इस बात को लेकर शिक्षा विभाग में मची है खलबली, कारण जान आपके भी उड़ जाएंगे होश

locationजांजगीर चंपाPublished: Jul 06, 2019 06:06:18 pm

Submitted by:

Vasudev Yadav

नवागढ़ बीईओ (BEO) का अजीबो गरीब कारनामा सामने आया है। जिस शिक्षक के निधन के बाद उनके परिजन को अनुग्रह राशि देकर आए हैं उसी शिक्षक का नाम विधानसभा के सवाल में जानकारी देते वक्त जिंदा बता दिया है। जिससे शिक्षा विभाग में खलबली मच गई है।

इस बात को लेकर शिक्षा विभाग में मची है खलबली, कारण जान आपके भी उड़ जाएंगे होश

इस बात को लेकर शिक्षा विभाग में मची है खलबली, कारण जान आपके भी उड़ जाएंगे होश

जांजगीर-चांपा. शासकीय कर्मचारी सरकारी काम में किस कदर लापरवाही बरतते हैं इसका जीता जागता उदाहरण नवागढ़ बीईओ (BEO) कार्यालय में सामने आया है। दरअसल, नवागढ़ ब्लाक के मुड़पार मिडिल स्कूल में पदस्थ शिक्षक जीतराम सोनवानी का विगत दिवस निधन हो गया। उनके निधन के बाद बीईओ खुद उनके परिजन को शासन की ओर से मिलने वाली अनुग्रह राशि 50 हजार रुपए का भुगतान करने गए थे। उनके साथ और भी कई शिक्षक मौजूद थे।
इधर जब विधानसभा के लिए डीईओ (DEO) आफिस में सवाल आया कि ब्लाक में मौजूदा शिक्षकों की विषयवार जानकारी उपलब्ध कराई जाए। जिसमें नवागढ़ बीईओ ने मुड़पार मिडिल स्कूल में पदस्थ शिक्षक जीतराम सोनवानी का नाम भी मौजूदा शिक्षकों में जोड़ दिया। जिससे डीईओ आफिस के कर्मचरियों में हड़कंम मच गया। एक ओर क्लर्क एक एक शिक्षकों के नामों का मिलान करते रहे जिसमें जीत राम का उल्लेख होता रहा। वहीं दूसरी ओर उक्त शिक्षक के निधन की भी सूचना मिली थी। आखिरकार डीईओ आफिस के क्लर्क परेशान रहे। फिर नवागढ़ ब्लाक के क्लर्क को मौके पर बुलाया और गलत जानकारी देने पर उन्हें जमकर फटकार भी लगाया।
यह भी पढ़ें
शादी की खबर हुई तो समाज ने कर दिया बहिष्कार, बतौर जुर्माना वसूल लिए 78 हजार, फिर भी वसूली थी जारी, तंग आकर इंजीनियर ने ये किया…

एक-दूसरे पर मढ़ रहे दोष
एक बीईओ (BEO) आफिस के कर्मचारियों का कहना है कि डीईओ आफिस में जो सूची गई है वह पुरानी है। जबकि डीईओ (DEO) आफिस के कर्मचारियों का कहना है कि विधानसभा के सवाल आए थे उसकी जानकारी के लिए नई लिस्ट नवागढ़ से आई है उसमें जीतराम का नाम सब्मिट है। फिलहाल कार्यालय के बाबुओं के बीच फंसा था। बाद में डीईओ आफिस के कर्मचारियों ने फिर से नई लिस्ट बनाकर उन्हें सौंपने की बात कही तब बीईओ का क्लर्क नई सूची बनाने लौट गया।

-डीईओ में अभी जानकारी दी ही नहीं गई है। डीईओ आफिस के कर्मचारी गुमराह कर रहे हैं। जो लिस्ट डीईओ आफिस भेजी गई है वह पुरानी लिस्ट है। नई लिस्ट में उनका नाम काट दिया गया है- राधेलाल जाससवाल, बीईओ नवागढ़

ट्रेंडिंग वीडियो