एरियर्स के नाम पर २२ करोड़ के फर्जी बिल का भुगतान! दो साल बाद भी जांच अधर में
विकासखंड जैजैपुर में एरियर्स राशि में करोड़ों रुपए का फर्जी भुगतान का मामला सामने आया है। इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से की गई थी लेकिन अब तक इस पर कार्रवाई नहीं हुई।
जांजगीर चंपा
Published: April 04, 2022 09:55:12 pm
जिला प्रशासन ने शिक्षकों को जिला पंचायत सीईओ के द्वारा बिना गणना करवाए करोड़ों रुपए सीधे शिक्षकों के बैंक खाते में भारी भरकम रकम भेज दिए। जैसे ही कुछ शिक्षक को जो वास्तव में एरियर्स की राशि मिलनी थी उसे आज तक नहीं मिला लेकिन जिन्होंने कमीशन के लालच दलालों को भनक पड़ी तो वे कूद बैठे और मोटी रकम लेकर एरियर्स बांट दिए। जिसकी शिकायत हुए दो वर्ष पूरा हो गए लेकिन आज पर्यंत तक पूर्ण रूप से जांच नहीं हो पाई है। जांच अधिकारियों ने बताया कि जिला पंचायत से जब तक सूची नहीं मिल जाती तब तक जांच की फाइल अटकी रहेगी। जबकि इसके लिए लगातार पत्राचार किया जा रहा है। इसके बाद भी फाइल दबती नजर आ रही है। जांच में अभी 15 शिक्षकों ने एरियर्स की राशि प्राप्त किया है लेकिन जब तक उनके सर्विस बुक की गणना नहीं किया जाएगा तब तक सिद्ध नहीं किया जा सकता। क्योंकि गणना के आधार पर एरियर्स की राशि का हिसाब होना है। जो जांच में आ चुके हैं लेकिन एरियर्स की जांच के बाद भी कार्रवाई करने से अधिकारियों के पसीने छूट रहे हैं। जांच के पंद्रह दिन बाद भी प्रतिवेदन कलेक्टर को सौपने में डीईओ सक्ती हीलहवाला कर रहे हैं। आपको बता दें कि दो वर्ष पूर्व जैजैपुर के 15 शिक्षकों द्वारा एरियर्स घोटाला किया था। शिक्षकों के खाते में लाखों रुपए डाले गए थे। इसकी जांच की मांग कर शिकायत की गई थी लेकिन पहले तो इसे दो साल तक टाला गया। शिकायतकर्ताओं के बहुत जोर देने पर जांच हुई जांच अधिकारी ने जांच प्रतिवेदन शैक्षणिक जिला शिक्षा अधिकारी सक्ती को जांच रिपोर्ट भी सौप दी है, परंतु जिला पंचायत सीईओ से उन 15 शिक्षकों के नाम की सूची न मिलने से कार्रवाई में बाधा आ रही है।
नहीं सौप रहे एरियर्स पात्रता शिक्षकों की सूची
शिक्षा विभाग में लगभग 22 करोड़ रुपए की राशि का उपयोग एरियर्स फंड के रुप में यह कहकर दुरुपयोग किया गया है। विदित हो कि पहले ये शिक्षाकर्मी जनपद पंचायत के कर्मचारी कहलाते थे इसलिए उनके वेतन आदि का आहरण जनपद और जिले से होता था। जिले से करोड़ों की राशि पहले जनपद में आनी थी फिर शिक्षाकर्मियों को मिलनी थी। लेकिन कुछ रसूखदार धाकड़ शिक्षाकर्मियों ने जिला के शिक्षा मद के अधिकारियों से साठगांठ कर राशि सीधे अपने खाते में स्थानांतरित करवा लिया। जनपद में आने पर जनपद वालों को भी हिस्सा देना होगा और शायद इस घोटाले में शामिल लोग बढ़ जाए।
वर्जन
सीईओ को एरियर्स भुगतान की सूची के लिए पत्र लिखा गया है। जैसे ही पत्र प्राप्त होगा तत्काल कार्रवाई करने की अनुशंसा के लिए कलेक्टर के पास किए गए जांच का दस्तावेज भेजा जाएगा।
-बीएल खरे, डीईओ सक्ती

beo ofiice
पत्रिका डेली न्यूज़लेटर
अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें
अगली खबर
