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फर्जी मस्टररोल भरकर किया जा रहा तालाब गहरीकरण

locationजांजगीर चंपाPublished: May 15, 2019 08:11:08 pm

Submitted by:

Vasudev Yadav

शिकायत पर जांच में हुआ खुलासा, बाद भी जनपद सीईओ नहीं कर रहा कार्रवाई

शिकायत पर जांच में हुआ खुलासा, बाद भी जनपद सीईओ नहीं कर रहा कार्रवाई

फर्जी मस्टररोल भरकर किया जा रहा तालाब गहरीकरण

जांजगीर-चांपा. इन दिनों गांव में रोजगार गारंटी के तहत तालाब गहरीकरण का कार्य किया जा रहा है, लेकिन सरपंच व रोजगार सहायक की मिलीभगत से अपात्र को पात्र बनाकर लाभ पहुंचाया जा रहा है। पात्र को अपात्र बनाकर उन्हें काम से वंचित किया जा रहा हैं। ऐसा ही मामला मालखरौदा ब्लाक के ग्राम पंचायत चरौदी में सामना आया हैं। जहां ग्रामीणों के शिकायत के बाद जनपद सीईओ द्वारा यह खुलासा हुआ था। सही पाए जाने के बाद भी जिम्मेदार द्वारा कार्रवाई नहीं किया जा रहा हैं। जिससे ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त हैं। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत जिपं सीईओ से करते हुए जांच की मांग की हैं।
जनपद पंचायत मालखरौदा के गांव चरौदी में पिछले माह से तालाब गहरीकरण का काम किया जा रहा हैं। जिसमें रोजगार सहायक द्वारा फर्जी मस्टररोल भरक अपात्र को लाभ पहुंचाया गया था। जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने जनपद पंचायत सीईओ मालखरौदा से किया गया था। उन्होंने जांच टीम बनाया गया था। जिसमें जांच टीम द्वारा जांच किया गया। जिसमें ५८ हजार फर्जी मस्टररोल भरा गया हैं। जांच में ३६ हजार २४० कार्य पाया गया। जिसकी बकायदा जांच कर्ता तकनीकी सहायक द्वारा पंचनामा भी बनाया गया था। फर्जी मस्टररोल में सरपंच व पंच के रिश्तेदारों का नाम जोडऩे का मामला सामने आया था। इसके बावजूद जनपद सीईओ द्वारा कार्रवाई नहीं किया जा रहा हैं। कार्रवाई नहीं होने के कारण ग्रामीणों को आक्रोश व्याप्त हैं। चरौदा के विजय कुमार धीरही सहित अन्य ग्रामीणों का कहना है कि जो पात्र है उनको काम में न लेकर फर्जी मस्टररोल से अपात्र सरपंच व पंच के रिश्तेदारों को शामिल किया हैं। जांच में खुलासा होने के बाद जनपद सीईओ द्वारा कार्रवाई नहीं किया जा रहा हैं। जिसके कारण जिला पंचायत सीईओ ज्ञापन सौंपकर उचित कार्रवाई की मांग किया गया हैं। जिम्मेदार रोजगार सहायक पर कार्रवाई होना चाहिए। ताकी पात्र हितग्राहियों को रोजगार गारंटी का लाभ मिल सके।

माह भर पहले रिपोर्ट तैयार, फिर भी सीईओ को नहीं रिपोर्ट
इस मामले में जनपद पंचायत सीईओ द्वारा ही दो तकनीकी सहायक राधा चतुर्रे व श्वेता सन्यासी को मामले की जांच के लिए कहा गया था। तकनीकी सहायक द्वारा ११ अप्रैल को पंचनामा तैयार कर रिपोर्ट सीईओ को सौंपा जा चुका हैं। लेकिन माह भर बाद भी सीईओ द्वारा कार्रवाई नहीं किया जाना समझ से परे हैं। इधर जनपद सीईओ का कहना है कि अब तक जांच रिपोर्ट मिला ही नहीं हैं।

रोजगार सहायक ने कबूला
ग्रामीण विजय कुमार धीरही ने इस संबंध में जब रोजगार सहायक राधेश्याम से बात किया गया तो पहले तो वह घुमा रहा था। बाद में उन्होंने कहा कि सरपंच के कहने पर यह काम को अंजाम दिया गया हैं। जिसमें सरपंच व पंच के रिश्तदारों का नाम मस्टररोल में जोड़ा गया हैं। रोजगार सहायक द्वारा बोला गया आडियो रिकार्ड भी पत्रिका के पास उपलब्ध हैं।

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