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गर्भवती महिला के इलाज में डॉक्टर व स्टॉफ की लापरवाही, स्थिति हुई गंभीर तो जिला अस्पताल किया रेफर, मौत

locationजांजगीर चंपाPublished: Apr 04, 2020 11:18:52 am

Submitted by:

Vasudev Yadav

Health: जिला मुख्यालय के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों व स्टॉफ नर्स की घोर लापरवाही सामने आई है। गर्भवती महिला की मौत हो जाने से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। परिजनों ने डॉक्टर व स्टॉफ पर घोर लापरवाही का आरोप लगाया है।

गर्भवती महिला के इलाज में डॉक्टर व स्टॉफ की लापरवाही, स्थिति हुई गंभीर तो जिला अस्पताल किया रेफर, मौत

गर्भवती महिला के इलाज में डॉक्टर व स्टॉफ की लापरवाही, स्थिति हुई गंभीर तो जिला अस्पताल किया रेफर, मौत

जांजगीर-चांपा. शुक्रवार को दर्द से कराहती हुई एक गर्भवती महिला इलाज के लिए पहुंची। महिला के परिजन सुबह 8 बजे अस्पताल पहुंच गए थे। डॉक्टर व स्टॉफ नर्स द्वारा नार्मल डिलवरी हो जाने की बात कहते हुए इलाज शुरू कर दिया। जब उनसे बात नहीं बनी तो शाम पांच बजे जिला अस्पताल रेफर कर दिया। कुछ ही समय बाद गर्भवती महिला ने दम तोड़ दिया।
जिला मुख्यालय के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जिसको वर्तमान में हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर बनाया गया है। शुक्रवार को यहां डिवलरी के लिए शहर के ही भाठापारा निवासी दिनेश बर्मन अपने पत्नी गौरी बर्मन (32) को लेकर पहुंचा था। अस्पताल सुबह 8 बजे पहुंच गए थे। डॉक्टर व स्टाफ नर्स द्वारा नार्मल डिलवरी की बात कहते हुए इलाज शुरू किया गया। जब उनसे बात नहीं बनी तो शाम पांच बजे गर्भवती महिला को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।
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जिला अस्पताल में तैनात डॉक्टर विकास डहरिया महिला की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे सिम्स बिलासपुर रेफर कर दिया गया। परिजन उसे सिम्स बिलासपुर न ले जाकर एक निजी मिश्रा अस्पताल ले गए। यहां इलाज नहीं होने से वापस जिला अस्पताल ले आए। जिला अस्पताल में डॉक्टर मरीज को देखा तो गर्भवती महिला की मौत हो चुकी थी।

परिजनों ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के डॉक्टर व स्टॉफ नर्स पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बताया कि हम लोग सुबह 8 बजे से प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंच गए थे। जहां नार्मल डिलवरी हो जाएगा कहकर इलाज किया जा रहा था। तब तक गर्भवती गौरी बर्मन बात भी कर रही थी। अचानक शाम पांच बजे गंभीर स्थिति है कहकर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। लापरवाह डॉक्टर व स्टॉफ पर कार्रवाई होनी चाहिए।
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करना पड़ेगा आपरेशन
जिला अस्पताल के डॉक्टर के मुताबिक जब पहला बच्चा आपरेशन से हुआ है तो दूसरी डिलवरी के लिए भी आपरेशन से होने की बात कही। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के डॉक्टर व स्टाफ नर्स की लापरवाही ये है कि नार्मल डिलवरी की बात कहकर पूरे दिन गुजार दिए। बाद में स्थिति बिगड़ी तो अपनी बला टालने के लिए जिला अस्पताल रेफर कर दिया।

परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
जिला अस्पताल परिसर में गौरी के पति दिनेश बर्मन व उसकी सास का रो-रोकर बुरा हाल हो रहा था। उनका एकमात्र यही कहना था कि जब इलाज नहीं कर सकते थे तो पहले रेफर क्यों नहीं किए। सुबह से पहुंचे थे और तब तक नार्मल डिलवरी का बात कहते हुए शाम पांच बजे रेफर किया गया।

-शाम पांच बजे जब गर्भवती गौरी बर्मन जिला अस्पताल पहुंची तो केस क्रिटिकल हो गया था। इसलिए उसे तत्काल सिम्स बिलासपुर रेफर कर दिया गया था। वे लोग सिम्स न जाकर कोई निजी मिश्रा अस्पताल लेकर चले गए। जहां से फिर वापस पहुंचे तो महिला की मौत हो गई थी। विकास डहरिया, गायनोलाजिस्ट, जिला अस्पताल
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