भाजपा ने अपने चुनावी संकल्प पत्र में इस योजना में सभी किसानों को शामिल करने का वादा किया था, जिस पर पहली ही कैबिनेट मीटिंग में मुहर लग गई है। इस योजना का देश के 14.5 करोड़ किसानों को सीधा लाभ मिलेगा। इसमें जिले के 4 लाख 95 हजार 559 किसान है। इस योजना को लेकर ग्रामीण इलाकों में तेजी से चर्चा शुरू हो गई है। वहीं सबसे ज्यादा चर्चा इस बात की है अब सभी किसानों को योजना का लाभ मिलेगा। पहले सीमांत व लघु किसानों को ही योजना का लाभ मिलने वाला था। उनका रजिस्ट्रेशन शुरू कराया गया था लेकिन आचार संहिता के पहले इसे बंद कर दिया गया। अब चूंकि सभी किसानों को योजना का लाभ मिलना है, इसलिए नियमों में कुछ संशोधन होने की संभावना है।
योजना का लाभ लेने के लिए यह दस्तावेज जरूरी
योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को बैंक पासबुक, संबंधित कोड, आधार नंबर, एकाउंट नंबर की जानकारी अनिवार्य रुप से आवेदन में भरना हेगा। किसानों को घोषणा पत्र में भरना होगा। इन्कम टैक्स नहीं भरते, 10 हजार पेंशन नहीं मिलता, सरकारी नौकरी में नहीं हूं, तब पात्रता की श्रेणी में आएंगे। सरकार की किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को ग्राम पंचायत व पटवारी की ओर से सूचना दी जाएगी। फिर छह हजार की सहायता राशि प्राप्त करने के लिए स्व घोषणा पत्र भरवाया जाएगा।
कलेक्टर के निर्देश पर रूपरेखा हुई तैयार
कलेक्टर जनक प्रसाद पाठक के निर्देश पर जिले में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (Prime Minister’s Kisan Award fund scheme) के सुचारू क्रियान्वयन के लिए रूपरेखा तैयार कर ली गई है। इस योजना के क्रियान्वयन से जिले के चार लाख 95 हजार 559 किसान लाभान्वित होंगे। उन्हें प्रत्येक वर्ष 6 हजार रुपए की राशि बैंकों के माध्यम से मिलेगी। इसके लिए किसानों से आवेदन सह घोषणा पत्र के साथ कृषि भूमि की किश्तबंदी, बी-1, आधार कार्ड, बैंक की चालू खाते की पासबुक का स्वच्छ एवं निष्पक्ष फोटो कापी 14 जुलाई तक तहसील कार्यालय अथवा राजस्व निरीक्षक या हल्का पटवारी के पास जमा कराना होगा।