जांजगीर-चांपा जिले के ग्राम पिहरीद निवासी 9 वर्षीय राहुल साहू खेलते समय घर के पीछे बोरवेल में गिर गया था। 105 घंटे तक चले देश के सबसे बड़े रेस्क्यू के बाद उसे निकाला गया था। यहां से उसे बिलासपुर अस्पताल में भर्ती कराकर इलाज किया जा रहा था। शनिवार को राहुल पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने गांव लौटा।
चट्टानों के बीच बोरवेल में 105 घण्टे तक जिंदगी और मौत के संघर्ष के बीच मौत को मात देकर लौटा राहुल अस्पताल में स्वस्थ्य होकर जब हंसता और मुस्कुराता हुआ गांव लौटा तो शायद उन्हें भी महसूस हुआ होगा कि अब यह पूरा गांव मेरा परिवार बन गया है।
राहुल की मां गीता साहू, पिता रामकुमार साहू और दादी श्याम बाई साहू सहित परिजनों ने राहुल के रेस्क्यू से लेकर उपचार तक किए गए व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला सहित बचाव में लगे सभी लोगों को धन्यवाद भी ज्ञापित किया।
अस्पताल में देखरेख और उपचार के बाद 11 दिनों बाद राहुल साहू शनिवार दोपहर लगभग सवा 2 बजे अपना गांव लौटा। राहुल को गांव छोडऩे सक्ति एसडीएम रैना जमील, सीएस डॉ. अनिल जगत, जनपद सीईओ, तहसीलदार सहित पुलिस के अधिकारी उपस्थित रहे।