जांजगीर चंपा

खंभा के बजाय घरों में दौड़ रहा करंट

कभी भी हो सकता है गंभीर हादसा, बिजली विभाग नहीं दे रहा ध्यान

जांजगीर चंपाMar 18, 2019 / 06:47 pm

Shiv Singh

खंभा के बजाय घरों में दौड़ रहा करंट

जांजगीर-चांपा. शहर में बस स्टैंड के ठीक के पीछे एक बस्ती है, जहां बिजली का करंट खंभो के बजाय घरों में दौड़ रही है। नपा व बिजली विभाग अब तक वहां पर खंभा नहीं लगा सका है। कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। खासकर बरसात में समस्या और बढ़ जाती है।
बस स्टेंड के ठीक पीछे दीनदयाल नगर अब बस्ती का स्वरूप ले चुका है। जहां के लोग अपने जान को खतरे में डालकर अपने घरों को रोशन कर रहे है। इस कालोनी में विद्युत कनेक्शन तो बांट दिए गए है, पर काफी दूर के खंभो से घरों तक कनेक्शन पहुंचा गया है। इस मोहल्ले में ५ खंभे लगने की स्वीकृति हुई है। पर खंभा गाडऩे में विभाग रूचि नहीं दिखा रहा है।
करीब २० साल से भी ऊपर हो गया है। लेकिन अभी यहां नपा व बिजली विभाग द्वारा खंभा नहीं लगा सका है। नतीजा बिजली का तार मोहल्ले के ही घरों के सहारे दौड़ रहा है। बस स्टेंड के पीछे विद्युत कनेक्शन तो बांट दिए है पर विद्युत की सुरक्षित सप्लाई के लिए एक भी खंभा नहीं लगाया है। करीब आधे किमी की दूरी तक भी लंबा तार ही खींच दिया गया है। तार की लंबाई अधिक होने से मोहल्लेवासियों ने अपनी व्यवस्था के तहत खंभा के बजाय लकड़ी के पतले खंभे व मोहल्ले के कई घर से होकर करंट दौड़ रहा है।

बरसात में बढ़ जाता है खतरा
घरों में लकड़ी से होकर गुजर बिजली तार से काफी खतरा बना हुआ है। बरसात में घरों से होकर गुजरी बिजली के तार गिली हो जाती है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है करंट कहां तक फैल सकता है। बरसात में मोहल्लेवासियों में हमेशा भय सताते रहता है कि कभी करंट के चपेट में आ न जाएं।

क्या कहते है मोहल्लेवासी
वार्ड नंबर २२ के अजय शर्मा का कहना है कि यहां पर हम लोग ३० से ३५ घरों में लोग निवास करते २० साल हो गए है। इसके बावजूद आज तक मोहल्ले में बिजली का खंभा नहीं लग पाया है। अनिल तिवारी का कहना है कि बिजली विभाग व नपा का चक्कर काटकर थक चुके है। वे लोग आते है और सर्वे करके चले जाते है। लगभग २० बार सर्वे करके जा चुके है। लेकिन आज तक मोहल्ले में खंभा नहीं सका है। सुरेन्द्र ठाकुर ने बताया कि मोहले में केवल पांच खंभा लगाना है, पांच खंभा भी सालों से नहीं लग पाया है। इससे शहर विकास का अंदाजा लगाया जा सकता है।

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