स्वीकार की गलती
इतने बड़े मामले की शिकायत आने पर अधिकारियों की एक टीम उसके घर गई तब वह बड़ी मुश्किल से मिला। पूछताछ के दौरान वह यही दलील देता रहा कि उसके बेटे की नौकरी लगाने के लिए उसे पैसे की जरूरत पड़ी थी। जिसके चलते उसने यह राशि निकाली है। वह राशि को फिर सरकारी खाते में जमा कर देगा।
एक ईंट भी नहीं रखी गई
काफी दिनों पहले से पुटपुरा मिडिल स्कूल में अहाता निर्माण के लिए सरकार से राशि स्वीकृत हुई है। अहाता निर्माण के लिए सरकार से रकम तीन लाख 1 हजार रुपए जारी कर दी गई है। यह राशि संकुल के खाते में जमा है। संकुल प्रभारी को इतनी राशि जमा होने के बाद उसकी आंख फड़क रही थी। अहाता निर्माण कराने के बजाए उसने यह राशि निकाला जरूर लेकिन निजी स्वार्थ के लिए इस्तेमाल कर दिया। जिससे शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है।