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छात्र-छात्राओं ने किया शाला बहिष्कार, ज्ञापन सौंपते हुए दी चेतावनी, कहा- तीन दिन के भीतर मांगें नहीं मानी गई तो प्रदर्शन

locationजांजगीर चंपाPublished: Nov 01, 2019 05:37:21 pm

Submitted by:

Vasudev Yadav

School boycott: जांजगीर चाम्पा जिले के जैजैपुर में शासकीय नवीन महाविद्यालय के छात्र छात्राओं ने शुक्रवार को शाला बहिष्कार कर महाविद्यालय के सामने धरना प्रदर्शन किया।

छात्र-छात्राओं ने किया शाला बहिष्कार, ज्ञापन सौंपते हुए दी चेतावनी, कहा- तीन दिन के भीतर मांगें नहीं मानी गई तो प्रदर्शन

छात्र-छात्राओं ने किया शाला बहिष्कार, ज्ञापन सौंपते हुए दी चेतावनी, कहा- तीन दिन के भीतर मांगें नहीं मानी गई तो प्रदर्शन

हसौद. छात्रों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। छात्रों की मांग हैं कि साइकिल स्टैंड पानी, बिजली, बैठक व्यवस्था के नाम पर अधिक जनभागीदारी शुल्क लिया जा रहा हैं। इसे कम किया जाए। वहीं तीन साल पहले अधिक जनभागीदारी शुल्क लिया गया था जिससे छात्रों के विरोध के बाद कालेज प्रबंधक द्वारा वापस करने लिखित में दिया गया था, उसे तीन साल बाद भी छात्रों को वापस नही किया गया है। जैजैपुर महाविद्यालय के प्राचार्य पीडी महंत तीन महाविद्यालय के प्रभार में है जिसके कारण महाविद्यालय में लगातार अनुपस्थित रहते हैं।
छात्र जनभागीदारी शुल्क कम करने एवं प्राचार्य का जैजैपुर से ट्रांसफर करने की मांग कर रहे हैं छात्रों ने तीन दिवस के अंदर मांग पूरा नही होने की स्थिति में सोमवार से महाविद्यालय छात्रसंघ द्वारा धरना प्रदर्शन किया जाएगा, जिसकी ज्ञापन जैजैपुर तहसीलदार को सौपा गया है।
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ज्ञात हो कि फूलदास महंत का उच्च शिक्षा विभाग द्वारा 21 अगस्त 2019 को स्थानांतरण कोरबा जिला के शासकीय महाविद्यालय भैंसमा में किया गया था। बावजूद सूचि जारी होने के बाद भी आज पर्यन्त तक अपने पद पर पदस्थ हैं। यहाँ वे शासकीय महाविद्यालय जैजैपुर के साथ हसौद और बिर्रा प्रभारी प्राचार्य के पद पर पदस्थ हैं। इधर इन कॉलेजो में उनकी कार्यशैली को लेकर कई बार प्रश्न चिन्ह उठ चुके हैं। तीनों कॉलेज के जनभागीदारी निधि व अन्य शासकीय मद के आय व्यय की जांच की भी मांग उठ रही है। सही ढंग से जांच होने पर कई लाखों का गबन करने का मामला सामने आएगा। शासकीय महाविद्यालय के प्राचार्य का स्थानांतरण होने के बाद भी कॉलेज से उनका मोह नहीं छूट रहा है। इसे देखते हुए छात्र-छात्राओं ने तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर तीन दिन में कार्रवाई करने की मांग की है।
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