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गांव सुकली में दशहत का माहौल, जंगल से भटक कर शहर से लगे गांव पहुंचा भालू

locationजांजगीर चंपाPublished: May 22, 2019 11:21:46 am

Submitted by:

Vasudev Yadav

जिससे शहर सहित गांव में भालू को लेकर दशहत का माहौल है। बाद में वन विभाग की टीम द्वारा पकड़कर उसे रखा गया

जिससे शहर सहित गांव में भालू को लेकर दशहत का माहौल है। बाद में वन विभाग की टीम द्वारा पकड़कर उसे रखा गया

गांव सुकली में दशहत का माहौल, जंगल से भटक कर शहर से लगे गांव पहुंचा भालू

जांजगीर-चांपा. जंगल से प्यासे भालू भटक कर अब गांव की ओर रूख कर रहे है। जिससे शहर सहित गांव में भालू को लेकर दशहत का माहौल है। बाद में वन विभाग की टीम द्वारा पकड़कर उसे रखा गया हैं।
वर्तमान में भीषण गर्मी पड़ रही हैं। पारा ४५ को छू रहा है। जिससे जंगली जानवर भटककर शहर व गांव की ओर रूख करने लगे हैं। इससे गांव में दशहत का माहौल है। अंचल में भीषण गर्मी पड़ रही है। जिससे जंगलों के अंदर व आसपास स्थित जलस्रोत सूख चुके हैं। ऐसे में प्यासे जंगली-जानवर पानी की तलाश में इधर-उधर भटकते हुए गांव व शहर पहुंच रहे हैं। शहर व गांव में भालू घुस चुके हैं। इसके अलावा गांवों में जंगली ***** पहुंच रहे हैं। जंगली जानवरों से लोगों पर खतरा मंडराने लगा है। जंगल किनारे रहने वाले लोगों की नींद दहशत में कट रही है। ऐसा ही कुछ मंगलवार को हुआ। शहर से लगे गांव सुकली में ग्रामीणों ने अचानक एक भालू को देखा। भालू गांव सुकली के मेन रोड केरा रोड में विचरण कर रहा था। भालू आने की खबर कुछ ही मिनट में पूरे गांव आग की तरह फैल गई। जिससे गांव के लोग डरे सहमे रहे। बाद में किसी ने इसकी जानकारी वन विभाग को दी। सूचना मिलने पर वन विभाग की रेस्क्यू टीम द्वारा तत्काल सुकली गांव पहुंची। जहां प्यासे भालू को पकड़ा गया। तब जाकर ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है।
जामवंत परियोजना पर लग गया ग्रहण
सक्ती वन परिक्षेत्र में भालुओं की संख्या ज्यादा है। हर साल क्षेत्र के ग्रामीण भालुओं के हमले के घायत होते है। इसे ध्यान में रखते हुए वन विभाग ने जामवंत परियोजना का प्रस्ताव शासन को भेजा था। इसके तहत भालुओं को पहाड़ी क्षेत्र में ही रोकना व खाना पीने की व्यवस्था किया जाना था। सक्ती के ग्राम पंचायत जुडग़ा के आश्रित ग्राम पनारी से मसनिया सीमा के अंतिम छोर तक लगभग ९ किमी क्षेत्रफल को तार से घेराबंदी किया जाना प्रस्तावित है। इसके लिए तत्कालिन कलेक्टर ने ५० लाख स्वीकृत भी किया था। लेकिन अब तक इस परियोजना का काम शुरू नहीं हो सका।
सूख गए जल स्त्रोत
सक्ती वन क्षेत्र भालू प्रभावित क्षेत्र हैं। जहां हर साल गांव में भालू देखे जाते है। वर्तमान में भीषण गर्मी पड़ रही है। जिसकी वजह से जलस्त्रोत सूख चुके हैं। जबकि जंगली क्षेत्र में स्टाप डेम सहित अन्य पानी के लिए वन वन विभाग द्वारा डेम बनाया गया हैं। वह भी भीषण गर्मी में सूखने लगा हैं। जिससे के कारण जंगली जानवर गांव व शहर की ओर रूख कर रहे हैं।
वर्जन
मंगवाल को शहर से लगे गांव सुकली में भालू भटककर पहुंच गया था। सक्ती क्षेत्र के वन परिक्षेत्र से भटक कर गांव पहुंचा होगा। रेस्क्यू टीम द्वारा उसे पकड़ लिया गया है। अब उसे कहां छोडऩा है बुधवार को तयकर छोड़ा जाएगा।
सुनील कुमार, एसडीओ, वन विभाग

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