जिले में उद्यान विभाग की अपनी अलग कहानी है, जिसमें एक उद्यान ऐसा है, जहां दो अधीक्षक हैं, लेकिन किसानों को सुविधाएं नहीं मिल रही है। बम्हनीडीह विकासखंड अंतर्गत ग्राम करनौद के उद्यान में अधीक्षक के पद पर चर्चित अधीक्षक ललित साह प्रभार में हैं। वहीं यहां पदस्थ दूसरे अधीक्षक हरनारायण दिवाकर भी हैं, लेकिन यहां के कामकाज में ललित साह का हस्ताक्षर लिया जा रहा है और हरनारायण दिवाकर केवल हाजिरी लगाने पहुंचते हैं।
इस संबंध में विभागीय सूत्र की माने तो हरनारायण दिवाकर की अधिकारी से नहीं बनी तो उनका ट्रांसफर सक्ती में करते हुए करनौद का प्रभार मालखरौदा विकासखंड के ग्राम भूतहा के उद्यान अधीक्षक ललित साह को दिया गया। अधीक्षक साह पहले से ही भूतहा उद्यान नहीं संभाल रहे थे और उन्हें एक जिम्मेदारी और दे दी गई।
दोनों उद्यान में अधीक्षक की लगातार अनुपस्थिति रहने से किसानों को विभागीय योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। किसानों का कनहा है कि उद्यान में हल्दी बूटी का पौधा मांगने पर वहां के अधीक्षक दिवाकर उनके हांथ में कुछ नहीं होने की बात कह देते हैं।
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दिवाकर अब भेजा गया डोंगरी
ग्राम करनौद के उद्यान में अधीक्षक रहे हरनारायण दिवाकर का तबादला पहले तो सक्ती किया गया और अब यह जानकारी मिल रही है कि दिवाकर को बलौदा विकासखंड के ग्राम डोंगरी स्थित उद्यान में संलग्न किया गया है। इस संबंध में दिवाकर का कहना है कि उनको डोंगरी भेजने संबंधी आदेश नहीं मिला है।
वहीं अधिकारी से बनाकर नहीं रखना दिवाकर को महंगा पड़ रहा है। लगातार उनको अलग-अलग उद्यानों में भेजा जा रहा है। वहां भी वे किसी अन्य अधीक्षक के अधीनस्थ कार्य कर रहे हैं। डोंगरी में भी अधीक्षक का प्रभार किसी दूसरे अधिकारी के पास ही दिया गया है।
साह चले गए लंबी छुट्टी पर
मालखरौदा विकासखंड के ग्राम भूतहा स्थित उद्यान के अधीक्षक ललित साह पर मनमर्जी करने का आरोप लगाते हुए शिकायत की गई है। इस संबंध में पत्रिका में समाचार प्रकाशित होने के बाद से अधीक्षक साह लंबी छुट्टी पर चले गए हैं।
साह के लंबे अवकाश में चले जाने से ग्राम भूतहा तथा करनौद क्षेत्र के किसानों को किसी तरह की सुविधा नहीं मिल रही है। साह पर भूतहा उद्यान में नहीं रहने तथा रायगढ़ से फेसबुक अपडेट करने का आरोप है। आरोपों से बचने के लिए साह ने परिवार में तबियत खराब होने का हवाला दिया था और बाद में अवकाश ले लेकर चले गए।