डेढ़ करोड़ की सड़क डेढ़ माह में ही उधडऩे लगी
डेढ़ करोड़ की सड़क डेढ़ माह भी नहीं टिक रही। चंद दिनों में ही डामर उखड़ रहा है और गिट्टी झांकने लगी है जो सड़क निर्माण में हुए भ्रष्टाचार की पोल खुद खोल रही है। इसके बाद तो यह गड़बड़ी न तो विभाग के इंजीनियर को नजर आ रही है और न ही विभाग के बड़े अफसरों को।
जांजगीर चंपा
Published: April 19, 2022 09:04:53 pm
जांजगीर-चांपा. शायद ठेकेदार को भी खुलकर गड़बड़ी करने की छूट अफसरों ने दी थी। जिसका खामियाजा अब लोगों को भुगतान होगा। पीडब्ल्यूडी द्वारा हरदी महामाया से गजमर्रा पीपर तक १.५७५ किमी तक सड़क का निर्माण ठेकेदार के माध्यम से कराया है। इसके लिए १ करोड़ ४० लाख में ठेका दिया गया था। काम का ठेका कोरबा की कंपनी को मिला था।
इंजीनियर के देखरेख में होने के बावजूद ऐसा हाल
इस काम के लिए पीडब्ल्यूडी विभाग के द्वारा मॉनिटरिंग के लिए सब इंजीनियर एसएल डहरिया को अधिकृत किया था। उनके देखरेख में पूरा काम होना था लेकिन जिस तरह से सड़क की हालत चंद दिनों में नजर आ रही है उससे तो यही लग रहा है तो या तो इंजीनियर साहब को साइट देखने की फुर्सत नहीं थी या फिर ठेकेदार द्वारा खूब सेवा सत्कार किया गया होगा। बताया जा रहा है कि काम के दौरान कभी कभार ही इंजीनियर साहब यहां नजर आते हैं। बाकी समय मजदूरों के भरोसे काम होता था। बहरहाल वजह जो भी हो लेकिन जिस तरह से सड़क चंद दिनों में उखडऩे लगी है, गुणवत्ता की जांच होना जरुरी है। क्योंकि करोड़ों की सड़क बार-बार तो नहीं बनेगी। अगर सड़क खराब हो जाएगी तो लोगों को आवागमन में परेशानी होगी। डेढ़ करोड़ की सड़क डेढ़ माह भी नहीं टिक रही। चंद दिनों में ही डामर उखड़ रहा है और गिट्टी झांकने लगी है जो सड़क निर्माण में हुए भ्रष्टाचार की पोल खुद खोल रही है।
वर्जन
निर्माण कार्य गुणवत्ता के साथ किया गया है। कहीं कोई शिकायत नहीं है।
सोहन डहरिया सब इंजीनियर, पीडब्ल्यूडी

डेढ़ करोड़ की सड़क डेढ़ माह में ही उधडऩे लगी
पत्रिका डेली न्यूज़लेटर
अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें
अगली खबर
