पहली बारिश में शहर की सड़कें गड्ढों में तब्दील
दो दिन की बारिश में ही जिला मुख्यालय की सड़कें गड्ढों में तब्दील होने लगी है। पहली बारिश के बाद से शहर की सड़कें बदहाल होने लगी है। अभी पूरा बारिश का सीजन बचा है। जाहिर है हर साल की तरह इस बार भी लोगों को बारिश के दौरान खराब सड़कों से जूझना पड़ेगा।
जांजगीर चंपा
Published: June 19, 2022 09:18:59 pm
जांजगीर-चांपा. इधर फिर वहीं आग लगी तो कुंआ खोदने की तर्ज पर बारिश के दौरान ही बीच-बीच में मुरुम-मिट्टी डालकर मेंटनेंस कर काम चलाया जाएगा जिसमें चंद घंटों से ज्यादा लोगों को राहत नहीं मिलेगी।
गौरतलब है कि बनारी से मसनियाकला तक एनएच के द्वारा करीब तीन-चार माह पूर्व मेंटनेंस का काम कराया गया है। लेकिन जिस तरह से सड़कों पर पानी रुक रहा है उससे फिर से सड़कें खराब होने लगी है। बारिश के दौरान खराब सड़कों पर चलने की मजबूरी हर साल लोगों को उठानी पड़ रही है। गांव-देहात ही नहीं बल्कि शहरों में भी लोगों को खराब सड़कों से जूझना पड़ रहा है। यही हाल जांजगीर शहर में भी बारिश के दौरान देखने को मिलता है। पिछले दो दिन ही बारिश हुई है लेकिन सड़कें अभी से जवाब देने लगी है। नेताजी चौक के पास बड़ा सा गड्ढा सड़क पर बन गया है जो आने-जाने वालों के लिए परेशानी खड़ा कर रहा है और गिरने और दुर्घटना का डर सताने लग रहा है।
विवेकानंद मार्ग में एसबीआई के सामने फिर भर रहा पानी
बारिश के दौरान विवेकानंद मार्ग की दुर्दशा क्या रहती है यह किसी से छिपी नहीं है। इस मार्ग में सबसे खराब स्थिति एसबीआई मेन ब्रांच के सामने रहती है। पिछले साल भी यहां ऐसा ही नजारा बारिश भर देखने को मिला था। जिसके बाद जाकर इस सड़क को बनाया गया है जिससे अब तक लोगों को अच्छी सड़क मिली है। लेकिन बारिश होते ही इस सड़क पर फिर से जगह-जगह पानी भरने लगा है। एसबीआई के सामने जहां सड़क सबसे ज्यादा खराब होती है, ठीक वहीं पर फिर से पानी जमा हो रहा है। क्योंकि यहां पर सड़क का लेबल नीचे हैं। पानी इस तरह भरेगा तो वाहन चलने से निश्चित ही सड़क फिर से खस्ताहाल होगी। जिससे फिर खेत की तरह उबड़-खाबड़ में चलना पड़ेगा। इसी तरह कचहरी चौक में भी सड़क पर अभी भी गड्ढे नजर आने लगे हैं।
बारिश पूर्व मेंटनेंस के दिए थे निर्देश
कलेक्टर के द्वारा बैठक लेकर पीडब्ल्यूडी, एनएच समेत संबंधित विभाग के अधिकारियों को बारिश पूर्व सड़कों की मरम्मत किए जाने संबंधित निर्देश दिए थे ताकि बारिश के दौरान आवागमन सुलभ हो। क्योंकि बारिश चलते ही डामर फैक्ट्री बंद हो जाती है। इतना ही नहीं बारिश के दौरान काम कराने में भी परेशानी होती है। इस संबंध में एनएच के विजय साहू का कहना है कि बनारी से मसनियाकला तक तीन-चार माह पूर्व ही डामरीकरण कराया गया है। जिससे शहर की मुख्य सड़कों की भी मरम्मत हुई है। कुछ जगहों पर पानी निकासी की गंभीर समस्या है जिससे पानी सड़क पर जमा हो जाता है। ऐसे में कितनी भी मजबूत सड़क बनेगी, खराब होने का खतरा रहता है।

पहली बारिश में शहर की सड़कें गड्ढों में तब्दील
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