स्वास्थ्य कर्मियों के पास न तो मास्क की व्यवस्था है और न ही सेनेटाइजर की सुविधा है। ऐसे में कर्मचारियों को जान जोखिम में डालकर मरीजों की जांच करनी पड़ रही है। ऐसे दौर में कर्मचारी अपने अधिकारियों से मास्क व सेनेटाइजर की मांग कर रहे हैं, लेकिन अफसर भी सप्लाई नहीं होने का बहानेबाजी करते हुए पल्ले झाड़ रहे हैं। जिसका खामियाजा कर्मचारियों को भुगतना पड़ रहा है।
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बताया जा रहा है कि मास्क व सेनेटाइजर खरीदी के लिए जिले के सभी 10 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के लिए 50-50 हजार रुपए यानी 10 सीएचएसी के लिए 5 लाख रुपए तो जारी कर दिए हैं, लेकिन अब तक मास्क व सेनेटाइजर की खरीदी नहीं हो पाई है। क्योंकि धारा 188 का खौफ ट्रांसपोर्टरों को भी सता रहा है। ट्रांसपोर्टिंग सुविधा नहीं होने से इसकी सप्लाई नहीं हो पा रही है। इसके चलते स्वास्थ्य कर्मियों को बिना संसाधन के ही जान जोखिम में डालकर मरीजों की देखरेख करनी पड़ रही है।
-सभी सीएचसी में मास्क व सेनेटाइजर खरीदी के लिए 50-50 हजार रुपए का आवंटन कर दिया गया है। ट्रांसपोर्टिंग में समस्या होने के कारण इसकी सप्लाई नहीं हो पा रही है। एक-दो दिन के भीतर सभी अस्पतालों में मास्क व सेनेटाइजर की सप्लाई हो जाएगी -डॉ. एसआर बंजारे, सीएमएचओ