scriptThere will be no casting in the bridge till the edge of relief will no | जब तक पुल में ढलाई नहीं होगा तक नहर में नहीं छूटेगी राहत की धार | Patrika News

जब तक पुल में ढलाई नहीं होगा तक नहर में नहीं छूटेगी राहत की धार

locationजांजगीर चंपाPublished: Jan 17, 2023 08:07:21 pm

जिले के किसानों के लिए रबी फसल में धान बुआई के लिए अब तीन-चार दिन और इंतजार करना पड़ेगा। क्योंकि जांजगीर के बीटीआई चौक के पास पुल निर्माण का कार्य पूर्ण नहीं हुआ है। पुल में जब तक ढलाई नहीं हो जाती है तब तक नहर में पानी देना संभव नहीं है। यह बातें सिंचाई विभाग के सब इंजीनियर तंवर ने दी।

जब तक पुल में ढलाई नहीं होगा तक नहर में नहीं छूटेगी राहत की धार
जब तक पुल में ढलाई नहीं होगा तक नहर में नहीं छूटेगी राहत की धार
जांजगीर-चांपा। उनका कहना है कि संभवत: २० जनवरी तक पुल में ढलाई का काम पूरा हो जाएगा। इसके बाद ही नहर में पानी छूटेगा। इसके लिए किसानों को अभी ४ दिन और इंतजार करना पड़ेगा। फिलहाल पुल निर्माण के लिए सेंटिं्रग प्लेट के ऊपर सरिया गुंथाई का काम पूरा हो चुका है। एक दो दिन के भीतर ढलाई का काम पूरा हो जाएगा। इसके बाद ही नहर में पानी दिया जा सकता है। गौरतलब है कि जिले में हर साल की भांति इस साल भी नहर में रबी फसल के लिए पानी देने की योजना है। अमूमन एक जनवरी से नहर से पानी छोड़ दिया जाता था, लेकिन इस वर्ष बीटीआई चौक के पास नहर में नए पुल का निर्माण हो रहा है। जिसके चलते नहर में पानी छोडऩे देरी हो रही है। पहले १७ जनवरी तक नहर में पानी दिए जाने की योजना थी, लेकिन पुल में ढलाई का काम नहीं हो पाया है। इसके लिए युद्ध स्तर पर काम हो रहा है। सिंचाई विभाग की माने तो पुल में दो तीन दिन के भीतर ढलाई का काम पूरा हो जाएगा। इसके बाद ही नहर में पानी दिया जाएगा। गौरतलब है कि जिले के तकरीबन ४० हजार हेक्टेयर में रबी फसल में धान की खेती के लिए नहर में पानी छोड़ा जाएगा। जिसके लिए किसानों ने कमर कसकर तैयारी तो कर ली है लेकिन अब उन्हें पानी का इंतजार है। अब किसानों को चार दिन और वेट करना पड़ेगा।
टूटे हुए भाग में तैनात रहेंगे गार्ड
नहर में पुल निर्माण के दौरान नहर के दो ओर के पार को सामान ढुलाई के लिए तोड़ दिया गया था। जिसे अब अस्थाई तौर पर मिट्टी से फीलिंग की गई है। नहर में जब पानी छूटेगा तो कहीं कच्ची मिट्टी धंस न जाए इस बात का डर सता रहा है। इसके लिए सिंचाई विभाग के अफसरों ने कहा कि पहले दौर में धीमी गति से पानी छोड़ा जाएगा। फिर जब धार तेज होगी तो वहां देख रेख के लिए सिंचाई विभाग के ही कर्मचारी बतौर सुरक्षा गार्ड तैनात रहेंगे। ताकि किसी भी दिक्कतों से निपट सकें। सिंचाई अफसरों की माने तो टूटे हुए नहर की पूर्णकालिक मरम्मत मई जून माह में किया जाएगा। क्योंकि वर्तमान में संभव नहीं है।
पुल निर्माण के बाद टूटेगा अतिक्रमण
नहर में पुल के चौड़ीकरण के बाद आसपास से अतिक्रमण को हटाया जाएगा। ताकि आवागमन सुगम हो सके। इसके लिए आसपास के लोगों को नोटिस देने की कार्रवाई कलेक्टर द्वारा दी जाएगी। क्योंकि जब सड़क को चौड़ीकरण किया जाएगा तो आसपास की सजी दुकाने भी प्रभावित होगी। इसके लिए कुछ दिनों बाद कार्रवाई भी शुरू हो जाएगी। गौरतलब है कि नहर के आसपास बड़ी तादात में व्यवसायिक काम्प्लेक्स का निर्माण हो चुका है। जो आने वाले दिनों में टूट सकता है।

जब तक निर्माणाधीन पुल में ढलाई नहीं हो जाती तब तक नहर में पानी नहीं छोड़ा जाएगा। संभवत: २० जनवरी तक पुल में ढलाई हो जाएगा। नहर में पानी के लिए हमें दो-चार दिन और इंतजार करना होगा।
- सतीष सराफ, ईई सिंचाई विभाग
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