उल्लेखनीय है कि समग्र शिक्षा अभियान के तहत प्रदेश के दस जिलों में निखार प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जाना है जिसमें जांजगीर.चांपा जिला भी शामिल हैं। प्रशिक्षण के दौरान जिले के सरकारी स्कूलों में आठवीं और नवमीं क्लास में अंग्रेजी, हिंदी, गणित और विज्ञान विषयों को पढ़ाने वाले शिक्षकों को छह दिनों तक प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिला स्तरीय यह प्रशिक्षण 27 मई से एक जून तक जांजगीर में डाइट और सक्ती में शा. कन्या उमावि सक्ती में होगा। जहां सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक मास्टर ट्रेनर्स इन शिक्षकों को ट्रेनिंग देंगे।
खूब भा रहा हाथियों को कोरबा का जंगल, बना लिया अपना स्थाई ठिकाना, ये है वजह… निखार कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कमजोर आठवीं और नवमीं के विद्यार्थियों को आगे की कक्षाओं के लिए तैयार करने विशेष कार्ययोजना बनाकर तैयार करना है। क्योंकि आठवीं और नवमीं क्लास हाई स्कूल की बेस लाइन है और यदि यहां बच्चे कमजोर हैं तो आगे उन्हें पढऩे में परेशानी आएगी। पूरा फोकस उपचारत्मक शिक्षा और लर्निंग आउटकम्स पर रहेगा।
कितना करना है खर्च यह भी नहीं मालूम
इसे विडंबना ही कहे कि एक दिन बाद प्रशिक्षण शुरू होना है मगर इसमें किस तरह व्यवस्था करनी है, शिक्षकों को क्या देना है, इसकी जानकारी तक नहीं है। कितना पैसा खर्च करना है यह भी नहीं मालूम। अफसर यही तर्क दे रहे हैं पूर्व में आयोजित प्रशिक्षण के हिसाब से खर्च की सीमा तय की जाएगी।
मई से 12 शिक्षकों को भेजा गया था ट्रेनिंग में
बता दें 27 मई से एक जून तक आयोजित होने वाले इस प्रशिक्षण में जिले के 12 शिक्षकों द्वारा मास्टर ट्रेनरों को ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके लिए मई माह में 2 से 8 मई के बीच जिले के हाई और हायर सेकंडरी के 12 शिक्षकों को राज्य शैक्षिक अनुंसधान एवं परिषद रायपुर में ट्रेनिंग के लिए भेजा गया था। अब यही 12 शिक्षक छह दिनों तक मास्टर ट्रेनरों को प्रशिक्षण देंगे जो आगे फिर 5 जून से 20 जून तक ब्लॉकवार शिक्षकों को प्रशिक्षित करेंगे। नए सत्र से इसी पैटर्न पर बच्चों को पढ़ाया जाएगा।
जिले में बोर्ड का रिजल्ट निचले पायदान पर
पिछले कुछ साल बोर्ड के नतीजे बता रहे हैं कि आठवीं और नवमीं पढ़कर निकले बच्चे पढ़ाई में कमजोर हैं। स्थिति यह है कि बोर्ड के नतीजों में जिले का स्थान प्रदेश में सबसे निचले पायदान पर पहुंच गया है। यही वजह है कि शासन अब बेसलाइन को मजबूत करने ऐसा कार्यक्रम चलाने जा रही है।
-निखार कार्यक्रम के तहत 27 मई से एक जून तक सक्ती और जांजगीर में जिला स्तरीय प्रशिक्षण आयोजित है जहां शिक्षकों को मास्टर ट्रेनरों द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा। अभी तक फंड नहीं मिला है। मिशन का फंड हमारे पास बचा है, अभी उससे ही काम चलाएंगे। पूर्व में आयोजित प्रशिक्षण के हिसाब से कार्य करेंगे, क्योंकि इस बारे में स्पष्ट गाइडलाइन हमें नहीं मिली है – संतोष कश्यप, एपीसी राजीव गांधी शिक्षा मिशन जांजगीर-चांपा