व्यवसायियों को पुलिस ने आयकर विभाग के सुपुर्द किया है। आयकर विभाग के अफसर मामले की जांच कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि सराफा व्यवसायी दिवाली पूर्व जेवरों को खपाने के लिए कार से निकले थे, लेकिन पुलिस के हत्थे चढ़ गए। मामला आयकर बचाने से जोड़कर देखा जा रहा है।
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क्राइम ब्रांच प्रभारी मुकेश पांडेय ने बताया कि उन्हें मंगलवार की शाम करीब छह बजे मुखबिर से सूचना मिली की एक स्कॉर्पियो व एक डस्टर कार में रायपुर के सराफा व्यवसायी करोड़ो के ज्वेलरी को ठिकाना लगाने सारंगढ़ की ओर जा रहे हैं। मुखबिर की सूचना पर पुलिस अलर्ट हुई और नैला रेलवे फाटक में घेराबंदी कर कार को रोका।
क्राइम ब्रांच प्रभारी मुकेश पांडेय ने बताया कि उन्हें मंगलवार की शाम करीब छह बजे मुखबिर से सूचना मिली की एक स्कॉर्पियो व एक डस्टर कार में रायपुर के सराफा व्यवसायी करोड़ो के ज्वेलरी को ठिकाना लगाने सारंगढ़ की ओर जा रहे हैं। मुखबिर की सूचना पर पुलिस अलर्ट हुई और नैला रेलवे फाटक में घेराबंदी कर कार को रोका।
कार की तलाशी ली गई। जिसमें 38 बैग में चांदी के जेवर मिले। वहीं एक बैग में आधा किलो सोने के जेवर थे। उक्त माल को बैरन बाजार रायपुर निवासी सागर जैन और उसके पिता सुनील जैन दोनों बेचने के लिए निकले थे। वे एसएस ज्वेलर्स रायपुर के संचालक हैं।
पूछताछ पर उन्होंने उक्त माल को दिवाल पूर्व फेरी लगाकर बेचने की बात कही, लेकिन इतनी मात्रा को देखते हुए पुलिस ने इनकम टैक्स के अधिकारियों को बुलवाया और उनके द्वारा जांच पड़ताल की जा रही है। जांजगीर के अधिकारियों ने मामले को बिलासपुर के आयकर अधिकारियों को जांच और कार्रवाई के लिए सुपुर्द किया है।
-क्राइम ब्रांच की टीम व नैला पुलिस रायपुर के सराफा व्यवसायियों को मंगलवार की शाम करोड़ो के जेवरों समेत कार्रवाई के लिए हमारे पास लाए थे। व्यवसायियों को बिलासपुर के अधिकारियों के सुपुर्द किया गया है।
-एसपी रूबान, जिला आयकर अधिकारी जांजगीर