scriptपार्षद की अंदेखी के चलते सड़क, नाली, पानी के अभाव में जी रहे वार्डवासी | Wardy residents living on the road, street, lack of water | Patrika News

पार्षद की अंदेखी के चलते सड़क, नाली, पानी के अभाव में जी रहे वार्डवासी

locationजांजगीर चंपाPublished: Nov 25, 2019 07:52:38 pm

Submitted by:

sandeep upadhyay

महर्षि वाल्मीकि वार्ड-32 की गरीब बस्ती में नहीं हुआ विकास कार्य
लोगों में दिखा पार्टी व पार्षद की कार्यशैली को लेकर रोष

पार्षद की अंदेखी के चलते सड़क, नाली, पानी के अभाव में जी रहे वार्डवासी

पार्षद की अंदेखी के चलते सड़क, नाली, पानी के अभाव में जी रहे वार्डवासी

रायपुर. नगर निगम रायपुर के अंतर्गत महर्षि वाल्मीकि वार्ड २८ परिसीमन के बाद वार्ड ३२ के नाम से जाना जा रहा है। इस वार्ड में अधिकतर इलाके पॉश कालोनी के क्षेत्र हैं। यहां तीन बार से लगातार भाजपा का पार्षद प्रत्याशी जीतता आया है, लेकिन उनके द्वारा विकास कार्य न के बराबर कराया गया है। सबसे खराब हालत वार्ड की गरीब बस्ती क्षेत्र की है। इस वार्ड के अंतर्गत आने वाली झुग्गी झोपड़ी इलाकों की बात करें तो वहां रह रहे लोग सड़क, नाली और पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं के अभाव में जी रहे हैं। लोगों में इसे लेकर काफी आक्रोश भी देखने को मिला। उनका कहना है कि इस बार वह उसी प्रत्याशी को जिताएंगे जो उनके लिए काम करे और सुख दुख का साथी है। वह लोग चुनाव के समय हांथ जोड़कर चेहरा दिखाने वाले प्रत्याशी को सिरे से बाईकॉट करेंगे।
महर्षि वाल्मीकि वार्ड में यूं तो अधिकतर कालोनियां ऐसे लोगों की हैं जो कि क्रीमी लेयर में आते हैं। वहीं चंडी नगर और विजय नगर जैसे एक दो ही इलाके ऐसे भी हैं जो गरीब बस्ती है। जब पत्रिका की टीम ने यहां का दौरा किया और लोगों से बात की तो उनके जुबान में वर्तमान पार्षद के प्रति काफी आक्रोश दिखा। कई लोगों ने तो यहां तक कहा कि चुनाव जीतने के बाद पार्षद का उन्होंने चेहरा तक नहीं दिखाया। कांग्रेस की सत्ता को आए तो अभी एक साल ही हुआ है। इससे पहले भाजपा की सरकार थी और इस वार्ड का पार्षद पिछले तीन बार से बाजपा का ही बनता आया है। यदि कोई पार्षद शासन सत्ता की पार्टी का होकर भी अपने वार्ड की जनता का भला न कर पाए तो फिर क्या करेगा? यह बात केवल लोगों की जुबान से ही सुनने को नहीं बल्कि वास्तविक्ता भी ऐसी ही दिखी। चंडी नगर में सड़क और नाली ही नहीं बनाई गई। पूरे इलाके में गंदगी और अव्यवस्था ही देखने को मिली।
यह हैं प्रमुख दावेदार

महर्षि वाल्मीकि वार्ड से कांग्रेस के दावेदारों में प्रमोद मिश्रा, सागर बाघमारे, सार्थक शर्मा और सत्तू सिंह का नाम आ रहा है। वहीं बीजेपी से शारदा पटेल, राजीव अग्रवाल, विजय साजीदा, खेमू साहू और संजय साहा का नाम प्रमुख रूप से सामने आ रहा है।
वर्जन-

पार्षद का नाम मत पूछिए उसका नाम ही हम भूल चुके हैं। चुनवा जीतने के बाद वह गरीब लोगों का दुख जानने ही नहीं आई। हम लोग सड़क नाली पानी के अभाव में जी रहे हैं। हमारी समस्या को देखकर प्रमोद मिश्रा ने अपने खर्चे से यहां बजरी डलवाई है तो यहां की गली चलने लायक हुई है।
-संतोष गोस्वामी, चंडी नगर

वर्जन-

चंडी नगर 700 घरों का एक गरीब मोहल्ला है। यहां के लोग रोजी मजदूरी करके अपना परिवार चलाते हैं। सरकार जो योजनाएं चला रही है उसका लाभ भी नहीं मिल पा रहा है। कोई समस्या लेकर पार्षद के पास जाते हैं तो वह सुनती नहीं और वहां से भगा देती है। हमने तय किया है इस बार हम उसी को चुनेंगे जो हमारी समस्या को समझे और जाने।
-अमरिका निषाद, चंडी नगर

वर्जन-

पार्षद का काम होता है अपने वार्ड के लोगों की समस्या को हल करना। यदि कोई समस्या उसके बस की नहीं है तो उसे शासन से करवाना। शासन की योजनाओं का लाभ लोगों को दिलवाना। महर्षि वाल्मीकि वार्ड में मेरी समझ में तो ऐसा कुछ नहीं हुआ है। मैं चुनाव की लालच में नहीं बल्कि पार्टी की छवि के लिए काम करता हूं। मेरे पास जो भी लोग आते हैं मैं उनकी मदद के लिए हमेशा खड़ा हूं।
-प्रमोद मिश्रा, महर्षि वाल्मीकि वार्ड

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