तालाब में पानी भरने के लिए सिंचाई विभाग के अफसर भर्राशाही करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। अलबत्ता भीमा तालाब की स्थिति चारों दिशाओं से नहीं सुधर रही है। दो साल पहले सिंचाई विभाग के अफसरों ने शहर के लोगों के दबाव पर तालाब में नहर से पानी भरने के लिए 40 लाख रुपए में नाली निर्माण की स्वीकृति कराई थी। नाली निर्माण तो किया गया, लेकिन जो नाली बनाई गई थी उससे तालाब में एक बूंद भी पानी नहीं भर पाया। आनन-फानन में नाली को तोड़कर फिर से नए सिरे से मरम्मत कराकर 57 लाख रुपए का स्टीमेट तैयार किया गया है। अब यह काम भी मंथर गति से चल रहा है। काम की गति को देखकर ऐसा नहीं लग रहा है कि इस गर्मी में भी तालाब में नाली के माध्यम से पानी पहुंच पाएगा।
यह भी पढ़ें
बड़ा हादसा – अंडर पास बनाने पहुंची क्रेन रेलवे ट्रेक पर गिरी, कई घायल नाली निर्माण के दौरान कलेक्टर से लेकर सिंचाई विभाग के कई ईई व एसडीओ बदल गए, इसके बाद भी नाली निर्माण का कार्य पूरा नहीं हो पाया है। यहां तक कि एक सब इंजीनियर रिटायर भी हो गया, जिसके देखरेख में नाली निर्माण का कार्य चल रहा था। इसके बाद भी नाली निर्माण की स्थिति नहीं सुधर रही है। नाली निर्माण को लेकर रिवाइज स्टीमेट तैयार कर उसकी आवश्यक मरम्मत कराई जा रही है। इसका काम बहुत जल्द पूरा करने ठेकेदार को कहा जाएगा- आरपी साव, कार्यपालन यंत्री, सिंचाई विभाग