उल्लेखनीय है कि इस साल नहर के पानी ने नगरपालिका के अफसरों का साथ दे दिया। नहर में भरपूर पानी चलने से जिला मुख्यालय का वाटर लेबल इस बार बना हुआ है जिससे अधिकांश वार्डों में बोर और हैंडपंप से लोगों का काम चल जा रहा है। नहीं तो पिछले सालों की स्थिति सोचकर लोगों के चेहरे पर डर साफ झलकता है। पिछले साल की बात करें तो स्थिति यहां तक हो चुकी थी कि वार्डों में पानी के लिए मारामारी और लड़ाई तक की स्थिति बन गई थी। पालिका के अधिकारी-कर्मचारियों की रातों की नींद उड़ गई थी। रात के दो बजे तक नपा द्वारा टैंकरों के माध्यम से पानी सप्लाई वार्डों में की जा रही थी इसके बावजूद लोगों को पानी के लिए तरसना पड़ा था। अब तक तो इस साल भी स्थिति उतनी खराब नहीं हुई है लेकिन भीषण गर्मी के चलते अब जरूर वाटर लेबल नीचे जाने लगा है जिसकी वजह से कई वार्डों में अब समस्या शुरू होने लगी है।