गीला और सूखा कचरा क्या है, नहीं समझते लोग
गीला और सूखा कचरा अलग-अलग नहीं मिलने की पीछे वजह लोगों में जानकारी का अभाव है। जिस समय घरों में यह डस्टबिन बांटे जा रहे थे तब अधिकारियों ने दावा किया था कि महिला समूह द्वारा डस्टबिन देते समय लोगों को यह भी बताया जा रहा है कि उन्हें एक डस्टबिन में गीला और दूसरे में सूखा कचरा रखना होगा। मगर हकीकत यह है कि आज भी अधिकांश लोगों को यह भी पता नहीं है कि घर से जो कचरा निकल रहा है उसमें कौन सा गीला कचरा है और कौन सा सूखा। दूसरी ओर जानकार लोगों में भी जागरूकता की कमी है। झंझट से बचने एक ही डिब्बे में सब कचरा डाल दे रहे हैं।
जानिए, गीला और सूखा कचरा क्यों उठाना था अलग-अलग
गीला और सूखा कचरा उठाने के पीछे शासन की मंशा कचरे से पालिका की आय बढ़ाने की थी। गीले कचरे को कम्पोस्ट कर जैविक खाद बनाना था। वहीं सूखे कचरे को रिसाइक्लिंग के लिए बेचना था। मगर धरातल में अब इसके लिए महिला समूहों को भारी परेशानी हो रही है और शासन की मंशा पर पानी फिर रहा है। दूसरी ओर गीला और सूखा कचरा को अलग-अलग करने के लिए शहर सरकार आज तक एसएलआरएम सेंटर को भी तैयार नहीं करा पाई।