जांजगीर चंपा

डेढ़ किमी लंबेे तिरंगे के साथ जब निकली तिरंगा यात्रा तो हर कोई रह गया देखते

सीएए के समर्थन में तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया था। तिरंगा यात्रा नैला रेलवे स्टेशन से निकली। करीब डेढ़ किमी लंबा और नीचे हजारों लोग कानून के समर्थन के साथ वंदे मातरम् और भारत मां के जयकारे लगा रहे थे। नगर के जयस्तंभ चौक पर सीएए के समर्थन को लेकर आम सभा हुई।

जांजगीर चंपाJan 20, 2020 / 09:29 pm

Deepak Gupta

डेढ़ किमी लंबेे तिरंगे के साथ जब निकली तिरंगा यात्रा तो हर कोई रह गया देखते

जांजगीर-चांपा. नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के समर्थन में सोमवार को भाजपाई और विद्यार्थी परिषद द्वारा जिला मुख्यालय जांजगीर में तिरंगा यात्रा निकाली गई। करीब डेढ़ किमी लंबे तिरंगे को हाथों में लिए जब यह तिरंगा यात्रा निकली तो लोग एकबारगी केवल देखते रह गए। यह पहला मौका होगा जब शहर में इतना बड़ा तिरंगा लोगों ने देखा।
दरअसल सीएए के समर्थन में तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया था। तिरंगा यात्रा नैला रेलवे स्टेशन से निकली। करीब डेढ़ किमी लंबा और नीचे हजारों लोग कानून के समर्थन के साथ वंदे मातरम् और भारत मां के जयकारे लगा रहे थे। नगर के जयस्तंभ चौक पर सीएए के समर्थन को लेकर आम सभा हुई। दोपहर 1 बजे लोग जुटना शुरू हुए। सभा में सांसद गुहाराज अजगल्ले, शहर विधायक नारायण चंदेल, अकलतरा विधायक सौरभ सिंह समेत भाजपा के कई बड़े पदाधिकारी शामिल हुए। ढाई बजे नैला रेलवे स्टेशन से तिरंगा यात्रा निकाली गई। राष्ट्रध्वज लेकर सैकड़ों लोग नागरिकता कानून के समर्थन में सड़क पर उतरे। तिरंगा रैली नैला रेलवे स्टेशन से होत होते हुए नेताजी चौक और फिर कहचरी चौक पहुंची जहां सभा में परिवर्तित हो गई। इस दौरान सभी जगह लोगों ने तिरंगा यात्रा का स्वागत किया। तिरंगा यात्रा में पूर्व विधायक डॉ. खिलावन साहू, भाजपा जिलाध्यक्ष कृष्णकांत चंद्रा, नपा उपाध्यक्ष आशुतोष गोस्वामी, भाजपा जिला महामंत्री प्रशांत सिंह ठाकुर समेत समाजसेवी संस्थाओं के सदस्य, महिलाएं और युवा शामिल हुए। इस दौरान जागरूकता से जुड़े नारे भी लगाए।

सांसद ने कहा : इस कानून से किसी भारतीय का हित प्रभावित नहीं होगा
सभा में सांसद गुहाराम अजगल्ले ने कहा कि सीएए से किसी भारतीय का हित प्रभावित नहीं होगा। यह कानून पाकिस्तान, बांग्लादेश व अफगानिस्तान से प्रताडि़त होकर आए अल्पसंख्यकों को मानवता के आधार पर नागरिकता सुनिश्चित करने वाला है। यह तिरंगा यात्रा इसे लेकर किए जा रहे दुष्प्रचार से पर्दा हटाने के लिए आयोजित की गई है। पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश के हिंदू, सिख, ईसाई, बौद्ध, पारसी (अल्पसंख्यक) नागरिक, जो धार्मिक शोषण का शिकार हुए। वहां रहने वाले हिंदू और अन्य अल्पसंख्यक धर्म के लोगों की जनसंख्या 23 प्रतिशत से घटकर 3 प्रतिशत हो गई हैं। लेकिन कुछ असमाजिक तत्व सीएए का विरोध कर भ्रम फैला रहें हैं, सावधान रहें।

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