शिवरीनारायण पुलिस के मुताबिक मेंहदी निवासी रोहिणी बाई पति झंगलू यादव (६५) पिछले २२ सालों से अपनी बहन जमुना बाई के साथ रह रही थी। जमुना बाई अपने परिवार समेत एक अन्य कमरे में रहते हैं। बारिश के दिनों में कच्चा मकान होने से उसमें सीलन आ गई थी। शुक्रवार रात को सभी अपने अपने कमरे में सो गए थे। शनिवार तड़के ४ बजे जमुना बाई को किसी चीज की धड़ाम से आवाज सुनाई दी। उठकर उन्होंने देखा कि जिस कमरे में रोहिणी बाई सोई थी उसकी दीवार ढह गई है। उसके मलबे में में रोहिणी बाई दब गई है।
इतने हजार वारंटियों पर पुलिस की नजर, धरपकड़ हुई तेज, पढि़ए खबर… शोर मचाने पर आसपास के लोगों ने वहां पहुंच कर मलबे को किनारे किया और दबी महिला को बाहर निकाला, लेकिन तब तक वृद्धा की मौत हो चुकी थी। घटना की सूचना परिजनों ने शिवरीनारायण पुलिस को दी। शिवरीनारायण पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए रवाना कर दिया। पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को को सौंप दिया गया है। घटना के बाद गांव में दहशत का आलम है। गौरतलब है कि इन दिनों लगातार बारिश हो रही है। बारिश के दिनों में कच्ची मकानों में सिलन आ गई है। सिलन की वजह से मकान गिर रहा है और लोगों की दबने से मौत हो रही है। ऐसे मकानों से लोगों को बचकर रहना चाहिए। क्योंकि ऐसे मकान खतरे से खाली नहीं है।