बम्हनीडीह ब्लाक के ग्राम हथनेवरा की रहने वाली हर बाई कंवर। ट्रैक्टर से खेतों को जोतने के साथ ही रोपाई, स्प्रेयर से दवाई छिड़काव, बीजों की बुआई तथा हार्वेस्टिंग जैसे खेती के सभी प्रकार के कामों को स्वयं करती हैं। हर बाई का मानना है कि कृषि के क्षेत्र में महिलाएं पुरुषों से कम नहीं है। इसके लिए वह कृषि विज्ञान केंद्र में प्रशिक्षण भी ले चुकी हैं। वह अपने कार्य से क्षेत्र के किसानों के लिए प्रेरणा बनी हुई है। ग्रेजुएट कर चुकी महिला किसान हर बाई ने बताया कि सक्ती ब्लॉक अंतर्गत ग्राम नवापारा में उनका जन्म गरीब परिवार में हुआ। बीए की पढ़ाई करने के बाद हर वर्ग नौकरी के पीछे भागता है, लेकिन वह मां बाप के साथ खेती किसानी के काम में मदद करने लगी। 15 मई 2003 को हथनेवरा के किसान चंद्रकांत कंवर से उनकी शादी होने के बाद पति, सास, ससुर के साथ नौकरी में रुचि रखने के बजाय खेती किसानी के काम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सुबह सात बजते ही वह चूल्हा चौका करने की जगह ट्रैक्टर लेकर खेतों की ओर निकल पड़ती हैं।
जुनून देख कर कृषि वैज्ञानिक दे रहे साथ
कृषि विज्ञान केंद्र प्रभारी वरिष्ठ वैज्ञानिक केडी महंत ने बताया कि प्रदेश में यह पहला जिला है जहां महिला कृषक हर बाई कंवर की लगन को देखते हुए उसकी १५ सदस्यीय टीम उनका भरपूर सहयोग कर रही है। हर बाई ने सोंठी के पास स्थित पुरूषोत्तम शर्मा की २२ एकड़ जमीन को लीज पर लिया और उसमें दो दर्जन से अधिक सुगन्धित धान की जैविक खेती करा रहीं हैं। इसके लिए इंदिरा गांधी विश्व विद्यालय रायपुर द्वारा सुगन्धित धान का बीज उपलब्ध कराया गया है।
किया जाएगा सम्मान
केंद्रीय सूचना व प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार आकाशवाणी बिलासपुर द्वारा कृषि विज्ञान केंद्र के गोद ग्राम बहेराडीह में 15 फरवरी को आयोजित होने वाले संभाग स्तरीय रेडियो किसान दिवस पर जिले की प्रगतिशील महिला कृषक हर बाई कंवर को विशेष रूप से सम्मानित किया जाएगा। इसके साथ ही बहेराडीह गांव में अगस्त माह में कृषि विभाग, कृषि विज्ञान केंद्र व इंदिरा गांधी कृषि विस्व विद्यालय रायपुर के कुलपति के मार्गदर्शन में आयोजित राज्य स्तरीय मशरूम महोत्सव में भी उन्हें सम्मानित किया जाएगा।