scriptपरसदा में कागजों में ही करा लिया करोड़ों का काम | Work worth crores got done in Parsada only on paper | Patrika News

परसदा में कागजों में ही करा लिया करोड़ों का काम

locationजांजगीर चंपाPublished: Jun 05, 2023 08:59:19 pm

जल जीवन मिशन के तहत परसदा के ग्रामीणों को पीने के लिए पानी नहीं मिल पा रहा है। जबकि सरकारी रिकार्ड बयां कर रहा है कि यहां १०८.७२ लाख रुपए का काम हो चुका है। इस काम का ठेका मनोज कुमार शर्मा को मिला है। ग्रामीणों का आरोप है कि ठेकेदार काम में पूरी तरह से कोरम पूर्ति की है।

परसदा में कागजों में ही करा लिया करोड़ों का काम

परसदा में कागजों में ही करा लिया करोड़ों का काम

जांजगीर चांपा. नतीजा यह निकल रहा है कि ग्रामीणों को बूंद बूंद पानी के लिए मोहताज होना पड़ रहा है। पानी टंकी व अहाता निर्माण में भी जमकर भ्रष्टाचार की गई है। पानी टंकी व अहाता में दरारें इस बात का प्रमाण दे रहा है कि काम में गुणवत्ता की पूरी तरह से अनदेखी की गई है। यहां के ग्रामीण सुंदर पटेल ने बताया कि एक करोड़ की योजना में ग्रामीणों को एक सप्ताह पानी मिला। इसके बाद एक माह से जल जीवन की पानी टंकी से ग्रामीणों को एक बूंद पानी नहीं मिल पा रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि नल फिटिंग में भी घटिया स्तर के सामानों का इस्तेमाल किया गया है। जिससे अभी से नल व पाइप में लीकेज साफ दिखाई दे रहा है। ग्रामीणों की माने तो अब शुरुआत में यह हाल है तो आने वाले दिनों और कितने दिल पानी सप्लाई की गारंटी रहेगी साफ अंदाजा लगाया जा सकता है। ग्रामीणों का आरोप है कि ठेकेदार ने जल जीवन मिशन के काम में खुलकर भ्रष्टाचार किया है। जिसके चलते भीषण गर्मी में भी ग्रामीणों को पानी की किल्लत हो रही है।
कलेक्टर का आदेश रद्दी की टोकरी में
कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी के निर्देशन में गांव में सरकार तुंहर द्वार योजना के तहत लगे शिविर में पानी की समस्या की शिकायत दर्ज कराई थी। लेकिन शिकायत का कोई असर नहीं हुआ। इधर पीएचई के कार्यपालन अभियंता शुनील शुक्ला को साफ अल्टीमेटम दिया था कि जल जीवन मिशन के कार्यों में किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। लेकिन कार्यपालन अभियंता को कलेक्टर की फटकार का कोई असर नहीं हो रहा है। जबकि हकीकत यह है कि जिले में ६०० करोड़ के काम होने के बाद भी हर गांव में पानी की किल्लत से ग्रामीणों को दोर-चार होना पड़ रहा है।
परसदा में जल जीवन मिशन के तहत जो काम किया गया है इसके बाद भी ग्रामीणों को एक बूंद पानी नहीं मिल रहा है। वहां यदि इस तरह की शिकायत है तो जांच कराएंगे और ठेकेदार को पानी चालू करने कहा जाएगा।
– सुनील शुक्ला, ईई पीएचई
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